गोंड राजा शंकर शाह व रघुनाथ शाह का166वां मनाया बलिदान दिवस


कैमूर।। अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ के तत्वावधान में सोमवार को भभुआ लिच्छवी भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसके मुख्य अतिथि गोंड आदिवासी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तिरूमाल राम जी ने संबोधित करते हुए कहा कि गोंड राजा शंकर शाह व कुंवर रघुनाथ शाह को ब्रिटिश सरकार का तानाशाह अधिकारी लार्ड द्वारा यह शर्त रखा कि अपने राज्य का विलय करने की शर्त रखा पर राजा शंकर शाह उसे स्वीकार नहीं किया। और एक छंद के माध्यम से अंग्रेज आफीसर को जबाब दे दिया। जिसपर क्रोधित होकर दोनों बाप-बेटे को अपने सिपाहियों को आदेश देकर गिरफ्तार कर बंदी गृह में बंद करा दिया।और उसके ऊपर तरह- तरह की यातनाएं दी। मगर राजा और राजकुमार जरा भी बीचलित नहीं हुए। तब लार्ड ने दोनों बाप बेटे शंकर शाह और रघुनाथ शाह को तोप के मुंह पर बांध कर भी स्वाधीनता स्वीकार करने को कहा मगर कुंवर रघुनाथ शाह ने एक छंद गाया तभी दोनों पिता - पुत्र को 18सितम्बर 1887 को तोप से उड़ा दिया। जो स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के रूप में जाने जाते हैं। वहीं विशिष्ट अतिथि डॉ सुजाता सुब्रोई सदस्य राज्य महिला आयोग बिहार सरकार ने कहा कि आप लोग अपने बच्चों को शिक्षित बनाईए और बाबा साहब के आदर्शों पर चलकर शिक्षित व संगठित होकर संघर्ष करके अपने समाज को विकसित करने का काम करें। हमने अपने समाज के लिए हमेशा संघर्ष किया है।उसके बाद औरत आज मैं आप लोगों के सामने जिता जागता उदाहरण खुद हूं। कार्यक्रम में विजय धुरिया, भुमक छबिल्ले गोंड, कल्लू गोंड, नथुनी गोंड, रघुनाथ प्रसाद गोंड, राष्ट्रीय महासचिव नगीना गोंड, कपिल मुनि गोंड, वीरेंद्र कुमारे, पिर्ति गोंड, सुदर्शन गोंड, मंता गोंड, राजेन्द्र प्रसाद गोंड, मनोज कुमार, मोनू गोंड, छट्ठू गोंड,सहित अन्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुजाता सुब्रोई व संचालन रंजित गोंड ने किया।

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