जिला सूचना जनसंपर्क कार्यालय ने की पत्रकारों की घोर उपेक्षा:प्रेस क्लब

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करना भूले ,पत्रकारों में रोष

पत्रकार समाज की आत्मा जिला प्रशासन को समाज और पत्रकारों से नही सरोकार

कैमूर।। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा किसी भी तरह का कार्यक्रम आयोजित नही किए जाने से कैमूर के पत्रकारों में रोष व्याप्त है।कैमूर प्रेस क्लब के पत्रकारों को लगता है कि जिला प्रशासन द्वारा उनकी उपेक्षा की गई है।ऐसा होना भी लाजमी है क्योंकि मीडिया प्रजातंत्र का सजग प्रहरी जो ठहरा। न्यायपालिका, विधायिका व कार्यपालिका के बाद मीडिया को चौथा स्तंभ के रूप में जाना जाता है ।मीडिया लोकतंत्र व लोगों के बीच सेतु का काम करती है। पत्रकार अपनी लेखनी के माध्यम से समाज को न केवल दिशा देते हैं बल्कि समस्याओं व गड़बड़ियों को भी उजागर करते हैं। साथ ही पत्रकारों द्वारा सरकार और जिला प्रशासन के द्वारा समाज की भलाई में किए जा रहे कार्यों को पहुंचाते हैं और लोगों को खबरों के माध्यम से उनके बीच पहुंचकर योजनाओं का लाभ लेने हेतु जानकारी प्रदान करते हैं।राष्ट्रीय प्रेस दिवस एक ऐसा दिन होता है जो पत्रकारों को एक पर्व की तरह बेसब्री से इंतजार होता है।इस दिन सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर पत्रकारों को सम्मानित करने का कार्य एवं उनकी सुरक्षा व समस्याओं पर परिचर्चा किया जाता है।इस दिन जिला सूचना जन संपर्क पदाधिकारी द्वारा पत्रकारों के लिए चलाई जा रही सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं की जानकारी दी जाती है।इसको कोई भी नकार नहीं सकता कि जितनी भूमिका हमारे देश की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों,कवियों की रही है उतनी ही भूमिका मीडिया की भी है।फिर इस तरह से कैमूर जिला सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जिला के पत्रकारों को सम्मान न देना उनकी उपेक्षा को दर्शाता है।ज्ञातव्य हो कि कैमूर में पूर्व के वर्षों में कोरोना काल को छोड़कर जिला सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जिला के वरीय पदाधिकारियों की मौजूदगी में समाहरणालय के सभा कक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है।जहां पर पत्रकारों की अहमियत एवं भूमिका पर चर्चा होती रही है।लेकिन उक्त तिथि को जिला सूचना जनसंपर्क कार्यालय द्वारा कोई कार्यक्रम आयोजित नही करना कई तरह के प्रश्नों को बल देता है।

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