चंदा जमा कर व श्रमदान कर बनाया ग्रामीणों ने रास्ता

अर्जुन शर्मा की रिपोर्ट .....

जौनपुर । हरिहरपुर ग्राम पंचायत के चकटांड मजरे के लोग विकास से कोसों दूर हैं। दो ग्राम सभाओं के बीच में बसे होने के कारण यहां आज भी खड़ंजा, रास्ता, नाली, शौचालय जैसी बुनियादी समस्याएं मुंह बाए खड़ी हैं। बता दे कि जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से आजिज ग्रामीणों ने गर्मी की छुट्टी मनाने गांव आए परदेशी महिला, पुरुषों से चंदा एकत्र करके व श्रमदान कर लगभग चार सौ मीटर रास्ता बना दिया। इसके गांव डोभी रेलवे स्टेशन से जुड़ गया। श्रमदान करने वाले ग्रामीणों राम अधार यादव, देवनाथ यादव, सुमित्रा देवी ने बताया कि राजस्व अभिलेखों में हम लोगों का घर, खेत, मकान सब हरिहरपुर ग्राम सभा में दर्ज है किन्तु दो दशक पूर्व लेखपाल व बीएलओ ने चकटांड पुरवे की लगभग 240 की आबादी वाले 120 मतदाताओं का नाम हरिहरपुर की सूची से काटकर मुकुरीपुर गांवसभा की सूची में जोड़ दिया। दो गांवों के झमेले में फंसने के चलते योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

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