भिवंडी के दिवानमाल आदिवासी पाडा का रास्ते का बांधकाम प्रशासन द्वारा अधर में आदिवासी पत्थरों के ऊपर से आवागमन करने पर मजबूर

भिवंडी ।। भिवंडी तालुुका के काटई ग्रामपंचायत सीमांतर्गत दिवानमाल आदीवासी पाडे के सिमेंट काँक्रीट रास्ते के लिए सांसद कपिल पाटिल व विधायक महेश चौघुले के अथक प्रयासों से एमएमआरडीए के माध्ययमसे  ५० करोड रुपये की निधि मंजूर हुई है। जिसका भूमिपूजन मार्च २०१८ में किया गया है। ठेकेदार कंपनी जिजाऊ कन्स्ट्रक्शन द्वारा  इस रास्ते का निर्माण कार्य की शुरुआत भी कर दिया था, परंतु ठेकेदार ने लगभग ३०० मीटर लंबा रास्ता डेढ फिट खड्डा खोदकर उसके ऊपर चार नंबर की खडी डाली गई है।परंतु आठ महीना बीत जाने के बाद भी इस रास्ते का सिमेंट काँक्रीट का काम पूरा नहीं किया गया है।जिसकारण आदिवासी पत्थरों के ऊपर से आवागमन करने पर मजबूर हैं  परिणामस्वरूप आदिवासियों का ठेकेदार व सरकारी यंत्रणा के विरुद्ध भारी आक्रोश व्याप्त है। वहीं यह भी आरोप लगाया है कि रास्ते को बनाना नहीं था तो खोदकर क्यों रखा ? बरसात के समय अनेक प्रकार की परेशानियों का सामना करना पडता है और  बीमार होने पर उपचार के लिए दवाखाने में जाने के लिए भी अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।भिवंडी परिसर में इस प्रकार का काम जारी है ?हम आदीवासी हैं इसीलिए हमारे ऊपर कोई लक्ष नहीं दे रहा है। उक्त रास्ते बाबत विधायक महेश चौघुले व सांंसद कपिल पाटिल को अवगत कराने के बावजूद भी इन्होंने इस संदर्भ में दुर्लक्ष किया है।इस प्रकार का आरोप ग्रामपंचायत सदस्य राम मोरगा ने लगाते हुुए इस रास्ते पर केवल पत्थर खडी डालकर इस रास्ते का काम पूरा हो गया है ऐसा दिखाकर बिल भी निकाल लिया गया है  ? ऐसा संशय भी व्यक्त किया है।इसी प्रकार आठ महीने बीत जाने के बाद भी रास्ता आधा अधूरा  रास्ते के बांधकाम में बडे पैमाने पर  भ्रष्टाचार होने से इंकार नहीं किया जा सकता है इस प्रकार का आरोप ग्रा.पं. सदस्य राम मोरगा ने लगाया है।

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