अनुचित तरीके से धन अर्जित करने वाले लोगों की संतानें होती हैं संस्कार विहीन :हिमेश शास्त्री जी महाराज

सत्येंद्र सिंह द्वारा रचित पुस्तक मनोरमा दादी मां का खजाना एवं हमारे संस्कार,पूर्वांचल के पकवान एवं संस्कार का विमोचन

भागवत कथा में स्वर्गमय नजारे का छाया माहौल

भक्ति के रंग में रंगे भगवद् प्रेमी हुए आत्म विभोर

शाहगंज जौनपुर।तहसील क्षेत्र के छताईं कला  गांव में शीतला प्रसाद सिंह के निवास स्थान पर आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के  पांचवें दिन भागवत प्रवक्ता हिमेश शास्त्री जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं ,ऊखल बंधन  लीला ,कालिया मर्दन की कथा, गोवर्धन लीला आदि प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।श्री कृष्ण की बाल लीलाओं के प्रसंग सुनकर श्रोता आत्मिक आनंद से भर उठे।उपस्थित भगवत प्रेमियों को संबोधित करते हुए शास्त्री जी महाराज ने कहा कि ईश्वर बंधन मुक्त होते हैं।बंधन में बंधे होने के बावजूद वह अपने भक्तों और प्रेमियों को भव बंधन से मुक्त करने की क्षमता रखते हैं । सांसारिक मनुष्य ठीक उसी प्रकार किसी को मोक्ष नहीं प्रदान कर सकता जैसे दलदल में फंसा व्यक्ति दलदल में फंसे हुए दूसरे व्यक्ति को बाहर नहीं निकाल सकता।ईश्वर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।अनुचित तरीके से धन अर्जित करने वाले लोगों की संतानें संस्कार विहीन होती हैं ।


उन्हें धन को खर्च करने की अहमियत नहीं मालूम होती।अभिमान मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है।श्री गोवर्धन महाराज मेरे माथे मुकुट विराज रह्यो,मेरो सब माखन गयो खाय,मटुकिया  दीन्हीं है लुढ़काय भजन सुनकर श्रोताओं ने तालियां बजाकर   खूब सराहा।सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में भक्ति भाव से युक्त कार्यक्रम में स्वर्गमय  नज़ारे का वातावरण स्थापित रहा।लोग भक्ति भाव से आनंदित होकर नाचते गाते और खुशी से झूमते नज़र आये। 

जौनपुर के पूर्व सांसद एवं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव धनंजय सिंह भागवत कथा  श्रवण करने के लिए पहुंचे।भागवत प्रवक्ता हिमेश शास्त्री जी महाराज एवं पूर्व सांसद ने कार्यक्रम के आयोजक, पर्यावरणविद् एवं लॉ ऑफ़ लेबर एडवाइजर्स के प्रदेश अध्यक्ष  सत्येंद्र सिंह द्वारा रचित पुस्तक मनोरमा दादी मां का खजाना एवं हमारे संस्कार,पूर्वांचल के पकवान एवं संस्कार का विमोचन किया।


पूर्व सांसद ने  पुस्तक के सामाजिक जीवन पर पड़ने वाले सकारात्मक  प्रभाव पर प्रकाश डाला।उन्होंने भारतीय सनातन परंपरा का प्रतीक पावन पर्व मकर संक्रांति में प्रयुक्त खिचड़ी के सामान को घर पर बनाने की लुप्त हो रहे सामाजिक ताने बाने को चिंता जनक बताया। राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि संस्कारों को पीढ़ी दर पीढ़ी स्थानांतरित होना चाहिए इसका परिमार्जन जरूरी है। शाहगंज के विधायक रमेश सिंह ,राजेश कुमार वैश्य खंड शिक्षाधिकारी सुईथाकला,डॉ.विनोद कुमार सिंह वत्स आदि संभ्रांत एवं गणमान्य नागरिकों ने  शास्त्री जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। 

इस अवसर पर  सुधाकर सिंह ब्लॉक अध्यक्ष शिक्षक संघ सुईथाकला, दुष्यंत मिश्र,पंकज सिंह, पारसनाथ यादव ,रमेश सिंह उमेश चंद्र यादव ,झूरी यादव,अजय कुमार तिवारी,नीतेन्द्र सिंह ,विकास सिंह ,संदीप सिंह, अजय सिंह, दीपक सिंह,चतुर्भुज सिंह,अजय सिंह ,वीरेंद्र मौर्य  सहित क्षेत्र के  गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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