आखिरकार ! निजी वाॅलमैन क्यो घेर रखा है पालिका का मुख्य दरवाजा

प्रशासन ठेकेदार को देता है प्रति कामगार  22,589 रूपये का वेतन, कामगारों को मिलता है 12,121 रूपये वेतन

पालिका प्रशासन भी ठेकेदार पर है मेहरबान

बरकत कॉन्टैक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग

भिवंडी।। भिवंडी निज़ामपुर शहर महानगर पालिका  मुख्यालय के मुख्य लोहे का दरवाजा तोड़कर श्रमजीवी संगठना आन्दोलन मुख्यालय परिसर में प्रवेश कर गया है और यह आन्दोलन दूसरे दिन से जारी है। निजी वाॅलमैनों के विभिन्न लंबित मांगों को लेकर यह आन्दोलन कल दोपहर बाद आक्रामक हो गया था। पुलिस व सुरक्षा गाडों को धकेलते हुए आखिरकार यह आन्दोलन पालिका मुख्यालय में प्रवेश किया जहां पर पूरी रात आन्दोलन चलता रहा। आन्दोलन के दूसरे दिन सपा विधायक रईस शेख और भाजपा विधायक महेश चौगुले से आन्दोलन कारियों से मुलाकात की और पालिका के निजी बाॅल मैनों की समस्याएं व उनकी मांगों की जानकारी ली । वही पर आन्दोलन कारियों ने आरोप लगाया की पालिका आयुक्त बरकत कॉन्टैक्टर का सपोट कर रहे है, जिसके कारण उनकी मांगे पूरी नही की जा रही है। 

गौरतलब हो कि भिवंडी शहर महानगर पालिका ने निजी कर्मचारियों मार्फत पानी का वाॅल खोलने और बंद करने‌, लाइन की मरम्मत करने, गड्ढा खोदने आदि कार्यो हेतु निजी करण करने के लिए 17/07/2021 को महासभा में ठराव पास किया था। इसके लिए पानी पुरवठा विभाग ने पालिका के सभी प्रभाग क्षेत्रों में निजी वाॅल की सेवा देने के लिए मार्च -2021 को सूचना निविदा क्रमांक -38 वर्ष 2020-2021 को एक करोड़ 81 लाख 86 हजार 452 रूपये की निविदा प्रकाशित की थी।पानी पुरवठा विभाग के तत्कालीन कार्यकारी अभियंता एल.पी. गायकवाड़ ने प्रभाग समिति क्रमांक एक से पांच कार्यक्षेत्र में वाॅल मैन की सेवा देने के लिए वसई पालघर के बरकत कॉन्टैक्टर के प्रो. सौरभ चमन अग्रवाल को वर्ष 2021-2022 के लिए 1,66,95,890 ( एक वर्ष के लिए) में ठेका दिया था। मैसर्स बरकत कॉन्टैक्टर के प्रो. सौरभ चमन अग्रवाल व तत्कालीन पालिका उप आयुक्त (कर) से इस संबंध में करार नामा भी हुआ था और पिछले 4 फरवरी 2022 से निजी वाॅल मैन की सेवा देने के लिए कार्य कर रहा है। पालिका प्रशासन ने निजी अर्ध कुशल वाॅल मैन के लिए प्रतिमाह 22,598 रूपये और अकुशल वाॅल मैन के लिए 21, 418 रूपये प्रतिमाह वेतन ठेकेदार बरकत कॉन्टैक्टर को भुगतान कर रही है। निजी ठेकेदार अग्रवाल ने पालिका क्षेत्र अंर्तगत जलवाहिनी पर काम करने के लिए 60 निजी वाॅल मैन नियुक्त किये है और इन्हें केवल दरमाह 12,121 रूपये वेतन का भुगतान करता है। 

श्रमजीवी संगठना में अपने निवेदन में मांग किया है कि वाॅल मैन के रूप में काम करने वाले कामगारों को जहां वेतन कम दिया जाता है। वही पर वह वेतन भी ठेकेदार तीन से चार महीने तक रूका कर रखता है। जिसके कारण वाॅल मैन का परिवार आज भुखमरी के कगार पर खड़ा है। 

आदिवासी बस्तियों में पानी की सप्लाई करने,वाॅल मैन को पगार स्लीप देने, बीमा राशि देने,पहचान पत्र देने, श्मशान भूमि बनाने , समाज हाल बनाने की मांग जैसे तमाम लंबित मांगों को लेकर पिछले 4 फरवरी से पालिका मुख्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रही है। इस संबंध में बरकत कॉन्टैक्टर से फोन द्वारा संपर्क करने की कोशिश की गई किन्तु उनसे संपर्क नहीं हो सका है।

रिपोर्टर

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