खबर का असर !

नाला सफाई को‌ लेकर पालिका आयुक्त का बड़ा एक्शन

नियंत्रण अधिकारी की नियुक्ति। नाला सफाई का स्वयं लिया जायजा

भिवंडी। भिवंडी पालिका क्षेत्र अंर्तगत नाला सफाई ठेकेदारों द्वारा सफाई कार्यो में हलगर्जीपणा करने से पालिका प्रशासक एवं आयुक्त अजय वैद्य ने सभी प्रभाग समितियों में नाला सफाई कार्यो की जांच करने व सफाई स्थलों का दौरा करने और इसकी रिपोर्ट सौपने के लिए नियंत्रण अधिकारी की नियुक्ति की है। इसके साथ -साथ शिकायत वाले स्थलों पर  स्वयं दलबल के साथ पहुंच जांच कर रहे है। आयुक्त के इस एक्शन से नाला सफाई ठेकेदारों में हड़कंप मचा है। 

गौरतलब हो नाला सफाई बराबर ना होने व ठेकेदार द्वारा हलगर्जीपणा करने और भीषण गर्मी में अधिकारियों का एसी प्रेम की खबर प्रमुखता से छापी। पालिका आयुक्त ने प्रकाशित इस खबर को संज्ञान में लेते हुए नियंत्रण अधिकारियों को नाला सफाई की जांच कर रिपोर्ट सौपने के लिए आदेश जारी किया है। अब भीषण गर्मी में अधिकारी एसी का प्रेम छोड़ नाला सफाई कार्यों का निरीक्षण कर रहे है। आयुक्त के इस एक्शन से ठेकेदारों सहित कर्मचारियों में हड़कंप मचा है। भिवंडी महानगर पालिका परिक्षेत्र अंर्तगत कुल 44,565 हजार मीटर नाले व नालियों की सफाई का ठेका तीन कंपनियों को 2 करोड़ 22 लाख 496 रूपये का ठेका आचार संहिता के पूर्व आवंटित किया गया था। किन्तु ठेकेदारों द्वारा सही समय पर नाला सफाई का कार्य शुरू नही किया गया और ठेके की रकम हड़पने के उद्देश्य से बारिश का इंतजार करते रहे और मंदगति से नाला सफाई कार्यों का अंजाम दे रहे थे।जिसके कारण शहर के अधिकांश निचले हिस्से एक बार फिर जलमग्न होने की प्रबल संभावना बनी हुई है। म्हाडा कालोनी,काकू बाई चाल,कामवारी नदी के तटीय क्षेत्र,पद्मानगर नगर, कल्याण नाका, आजमी नगर, अंबिका नगर, शिवाजी चौक, तीन बत्ती,गुलजार नगर, नागांव, मिल्लत नगर,खंडू पाडा आदि परिसर के नालों की सफाई शुरू नहीं थी। इन नालों की सफाई के लिए स्थानीय नागरिकों द्वारा मांग की जा रही है। इसके बावजूद सफाई कार्य शुरू नहीं किया गया था। नागरिकों की इस मांग को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया। जिसके फलस्वरूप आयुक्त अजय वैद्य ने तमाम नालों के सफाई कार्यों का जायजा लिया और अधिकारी सहित ठेकेदारों को फटकार लगाई है। इसके साथ अधिकारियों को बहुत जल्द सफाई काम पूरा करवाने के लिए के लिए आदेश जारी किया है।

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