पानी की भारी संकट से पशुओं का पहाड़ियों से हो रहा पलायन

पशु पानी के लिए भटक रहे इधर-उधर

संवाददाता सिंगासन सिंह यादव की रिपोर्ट 


कैमूर - जिला के चैनपुर विधान सभा अंतर्गत अधौरा पहाड़ी क्षेत्र स्थिति । कहे जाने के लिए बिहार में बाहार है, 20 वर्षों से नीतिश कुमार  हैं। आजीवन गर्मी में अधौरा प्रखंड क्षेत्रो में पानी का हाहाकार है। कैमूर जिला के पिछड़ा हुआ इलाका प्रखंड अधौरा में बहुत ही लंबे समय से पानी के लिए गर्मी में यही हाल है। जहां अधौरा क्षेत्र के विभिन्न पंचायत एवं गांव से लोग अपने-अपने पशुओं को लेकर के पहाड़ी से काफी दूरी कोचस बक्सर दिनारा के तरफ गर्मी भर अपने बाल बच्चों से एवं घरों से सौ डेढ़ सौ किलोमीटर की दूरी तय करके पशुओं को न जाने कितने दिनो में वे लोग पैदल पहुंचते हैं और अपना जीवन यापन करते हैं सरकार के द्वारा किसी-किसी जगह पर सोलर प्लेट लगाकर पानी दिया जा रहा है लेकिन पूर्ति नहीं हो पा रहा है और रही बात  बिहार सरकार की सात निश्चय योजना की लूट की योजना कैमूर में कहीं सफल नहीं दिख रहा है और पहाड़ों पर तो बिल्कुल ही नहीं अगर कहीं पानी आ रहा है तो पानी में कीड़े कचरा नालियों का पानी आ रहा है लेकिन उसमें लाखों का खर्च अभी भी हो रहा है मेंटेनेंस में लेकिन उसे कोई फायदा नहीं है यह बिहार सरकार की सात निश्चय योजना बहुत ही बड़ी और गरीबों के लिए अच्छी योजना थी लेकिन इसमें कहीं भी सही से नहीं चल रहा है लेकिन अधौरा क्षेत्र में लोगों के द्वारा बताया गया कि गर्मी में पानी कहीं कुआं से ज्यादा दूरी पर लाकर अपनी प्यास को बुझाते हैं जो की बड़ी ही गर्मी में कठिनाई होती है

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