
कड़ाके के ठंड का दुधारू पशुओं बुजुर्गों और नौनिहाल बच्चों पर व्यापक असर
- कुमार चन्द्र भुषण तिवारी, ब्यूरो चीफ कैमूर
- Jan 05, 2025
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दुर्गावती संवाददाता श्यामसुंदर पांडेय
कैमूर- शीतलहर का सितम अपने परवान पर है पूरे जनमानस को ठिठुरन और ठंड ने अपने आगोश में ले रखा है। इस शीत लहर में मजबूरन किसान अपने पेट के लिए गेहूं के खेतों की पटवन करने के लिए विवश है। इसका प्रभाव दुधारू पशुओं पर भी बड़े पैमाने पर देखने को मिल रहा है औसतन सभी दुधारू पशुओं के दूध की मात्रा में काफी कमीया आई हैं। नौनिहाल दूध मुहे बच्चे सर्दी के बढ़ जाने के कारण अक्सर निमोनिया का शिकार हो रहे हैं जिसके कारण बच्चों के डॉक्टर के यहां बच्चों के इलाज की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। ठंड के चलते प्रत्येक गार्जियन को चाहिए कि अपने बच्चों की देखभाल सहि ढंग से करें वरना जानलेवा बीमारी निमोनिया का सामना करना पड़ सकता है। बुजुर्गों पर भी शीतलहर का सीधा असर देखा जा सकता है जरा सी चूक हुई तो फिर यह जीवन हाथ आने वाला नहीं है। बढ़ते शीतलहर में सरकार के द्वारा अलाव की व्यवस्था जगह-जगह पर उचित मात्रा में नहीं देखी जा रही है जिसका असर बाजार में आने वाले उपभोक्ता और यात्रा करने वाले यात्रियों पर सीधा पड़ता नजर आ रहा है। रात्रि का तापमान 6 से 7 डिग्री तथा दिन का तापमान ,12,16 से 24,26 डिग्री के आसपास रहने की खबर है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि नन्हे मुन्ने छोटे बच्चों का क्लास जो चल रहे हैं या निजी प्राइवेट उसे यथा शीघ्र बंद कर देना चाहिए।
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