बाल विवाह उन्मूलन के लिए दीपों से जलाया संकल्प


राजगढ । जिले में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और समाज को इस कुप्रथा से मुक्त करने के उद्देश्य से अहिंसा वेलफेयर सोसायटी "जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन" की टीम ने एक अनूठी पहल की। इस पहल के तहत कालीपीठ थाना परिसर में भारत के मानचित्र को दीपों से सजाया गया, जिसकी सीमाओं को दीपक जलाकर दर्शाया गया। मानचित्र के केंद्र में "बाल विवाह मुक्त राजगढ़" का संदेश उकेरा गया, जो जलते दीपों के माध्यम से चमक रहा था। इस संदेश ने न केवल राजगढ़वासियों को बल्कि पूरे देश को बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया।

कार्यक्रम के दौरान जलते दीपों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि बच्चों को दीपक की तरह संजोकर रखना चाहिए और उनके भविष्य को प्रकाशमय बनाना चाहिए। जिस तरह दीपक अंधकार को मिटाकर रोशनी फैलाता है, उसी तरह बच्चों को भी ज्ञान, शिक्षा और संस्कारों से रोशन करना चाहिए ताकि वे अपने जीवन में सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकें। इस आयोजन में कालीपीठ थाना प्रभारी सहित थाने के समस्त स्टाफ मौजूद रहा, जिन्होंने इस संदेश को और अधिक प्रभावी बनाने में सहयोग दिया।

समाज को दिया जागरूकता का प्रकाश- 

शाम के समय जब दीप जलाए गए, तो पूरा वातावरण अद्भुत आभा से भर गया। दीपों की रोशनी ने यह स्पष्ट किया कि यदि हम सब मिलकर प्रयास करें, तो बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाया जा सकता है। उपस्थित लोगों ने इस आयोजन की सराहना की और बाल विवाह के खिलाफ अपने समर्थन की घोषणा की।

अहिंसा वेलफेयर सोसायटी की टीम ने इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल विवाह केवल एक सामाजिक कुरीति नहीं, बल्कि एक गंभीर अपराध है, जो बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बना देता है। यह प्रथा न केवल बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव डालती है, बल्कि उनके मानसिक और शारीरिक विकास को भी बाधित करती है।

सामूहिक संकल्प और भविष्य की दिशा- 

इस कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित नागरिकों, पुलिस अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने यह संकल्प लिया कि वे अपने क्षेत्र में बाल विवाह को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यदि किसी को अपने आसपास बाल विवाह की सूचना मिलेगी, तो वे तुरंत प्रशासन को सूचित करेंगे ताकि समय रहते इसे रोका जा सके।

इस जागरूकता अभियान ने समाज को यह संदेश दिया कि बाल विवाह की समाप्ति के लिए केवल कानून ही नहीं, बल्कि जनसहयोग भी आवश्यक है। जब तक प्रत्येक व्यक्ति इसके खिलाफ आवाज नहीं उठाएगा, तब तक इसे पूरी तरह खत्म करना संभव नहीं होगा।

इस अनूठी पहल से राजगढ़ के नागरिकों को प्रेरणा मिली कि वे अपने क्षेत्र को बाल विवाह मुक्त बनाने के लिए आगे आएं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करें।

कार्यक्रम के दौरान कालीपीठ थाना प्रभारी शिवचरण यादव ने बताया निश्चित ही यह प्रयास हम सबको राजगढ़ को बाल विवाह मुक्त बनाने में सार्थक होगा। जिले वासियों  से अनुरोध है की आइए हम सब मिलकर राजगढ़ को बाल विकास मुक्त बनाएं।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट