पानी की बर्बादी रोकने जिला प्रशासन ने शुरू किया "टोंटी लगाओ अभियान" पेयजल बर्बाद करने वालों को भेजेंगे जेल: कलेक्टर


 राजगढ़। गर्मियों में पेयजल संकट की आहट के पूर्व ही जिला प्रशासन ने इसकी बर्बादी रोकने एक जिला स्तरीय अभियान शुरू किया है। कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने राजगढ़ ब्लॉक के रामपुरिया, चाटुखेड़ा, लसूडली धाकड़, बांसखेड़ा एवं सुस्तानी आदि गांव में पहुंच कर घरों में स्वयं नल की टोंटियां लगाते हुए जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पानी की बर्बादी करने वालों को जेल भिजवाओ।  

इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री महीप तेजस्वी ने ग्रामीणों को समझाया कि टोंटियां निकाल देने से गांव में कम प्रेशर की समस्या आ रही है। कलेक्टर ने कार्य एजेंसी को पाइप लाइन के लीकेज और मांग अनुसार नए कनेक्शन तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। 

इस अवसर पर मप्र जल निगम राजगढ़ के महा प्रबंधक एसके जैन, ओ एंड एम टीम डीटीएल सत्येंद्र जैन भारिल्ल सहित ग्राम पंचायतों के सरपंच - सचिव, ग्राम समितियों के अध्यक्ष, सदस्यों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।


 सरपंच, अध्यक्षों को सौंपी जिम्मेदारी - 

कलेक्टर व सीईओ ने रामपुरिया और सुस्तानी के पंचायत भवन में पेय जल समिति की बैठक भी ली। डॉ मिश्रा ने जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत गठित ग्राम जल एवं स्वच्छता तदर्थ समितियों के अध्यक्ष, सरपंच एवं सचिव सहित सदस्यों से कहा कि यदि इस सुविधा को बरकरार रखना है तो उन्हें जिम्मेदारी से जल बर्बादी रोकने, जल प्रभार राशि समय पर जमा कराने और पेयजल बर्बाद करने वालों के खिलाफ सख़्त कार्यवाही करना होगी। उन्होंने कार्य एजेंसी प्रतिनिधि अशोक विश्नोई को लीकेज समस्याएं तुरंत दूर करने और नए कनेक्शन तुरंत देने के निर्देश दिए। 


 देश में आदर्श बन सकता है जिला - 

कलेक्टर डॉ मिश्रा ने बताया कि राजगढ़ जिले में संचालित 5 योजनाओं में से गोरखपुरा ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना के सभी 156 गांवों में 24 घंटे सातों दिन जल सप्लाई के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक एक दर्जन गांवों में यह प्रयोग सफल होने से लोगों को बड़ी सुविधा उपलब्ध हो पाई है। यदि हम सभी गांवों में यह लागू कर सके तो राजगढ़ जिला, देश भर के आदर्श बन सकेगा। लेकिन बिना पेयजल की बर्बादी रोके और बिना ग्रामीणों के सहयोग के यह असंभव नहीं होगा।

रिपोर्टर

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