प्राचीन असकामीन माता के यहां शिव चर्चा का किया गया आयोजन

संवाददाता सुचित पाण्डेय की रिपोर्ट 

रायपुर (कैमूर-- रामपुर प्रखंड अंतर्गत बाजिपुर गांव से है जहां गांव से दक्षिण पूर्व दिशा में बिहार सरकार जमीन पर जहां असकामीन माता का चबूतरा बना हुआ है। जहां दूर-दूर से लोग पूजा करने के लिए आते हैं, आज बुधवार को भी दर्जनों महिला पुरुष लगन के साथ शिव चर्चा में भाग लिए थे। ग्रामीणों ने बताया कि यह माता जी का चौतरा बरसो पुराना है यहां एक खासियत है कि किसी के आंख में फूली पड़ जाता है वह माता रानी को हृदय से मनन करते हुए इस विशाल बरगद का दूध है आंख में डालता है तो उसकी आंख ठीक हो जाती है। इस स्थान पर सवार, पांडेपुर, पछेहरा, झाली, आदि गांव के साथ-साथ दूर दराज के लोग भी अपनी मन्नत पूरा होने के बाद माता रानी के पूजा में शामिल होते हैं। परंतु गांव के ही कुछ लोगों के द्वारा अंचलाधिकारी रामपुर के द्वारा गांव के ही एक व्यक्ति को बंदोबस्त कर दिया गया है। जो समाज हित में नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सामाजिक स्थल है स्वतंत्र रूप से माता रानी का स्थान यथावत रहना चाहिए, यह जमीन किसी को बंदोबस्त नहीं होना चाहिए, इस माध्यम से ग्रामीणों ने एक आवेदन दिया है जिस पर 50 लोगों का हस्ताक्षर के साथ-साथ स्थानीय सरपंच का भी हस्ताक्षर एवं मोहर लगा है, अंचलाधिकारी के साथ-साथ संबंधित उच्च अधिकारियों के कार्यालय में भी अर्जि दाखिल की है। मौके पर सूबेदार बिंद, चांद मुनि देवी, कंचन देवी सहित दर्जनों महिला शामिल रही।


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