नियति का लिखा कोई बदल नहीं सकता है - प्रमिला सक्सेना
- राजेंद्र यादव, ब्यूरो चीफ, मध्यप्रदेश
- Nov 03, 2025
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सारंगपुर । मनुष्य जन्म के साथ ही नियति उसका भाग्य और जीवन में होने वाली अच्छी व बुरी घटनाएँ तय कर देती हैं । मनुष्य अपने भाग्य का लिखा तो नहीं बदल सकता लेकिन यदि वह सत्संगति व सत्कर्म करे तो भाग्य में लिखी असहनीय परेशानियों को सहन करने की शक्ति उसे प्राप्त हो जाती है । यही बात हमें श्रीमद्भगवद्गीता बताती है । इसलिए हमें गीता स्वाध्याय करना चाहिए ।
उक्त विचार कपिलेश्वर गीता स्वाध्याय मण्डल द्वारा ब्लॉक कॉलोनी स्थित श्री गणेश मंदिर में श्री रमेशचंद्र सक्सेना व उनके परिवार के यजमानत्व में आयोजित गीता स्वाध्याय में प्रेरक प्रसंग के द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षिका श्रीमती प्रमिला सक्सेना ने व्यक्त किए । सर्व प्रथम श्रीगणेश जी व श्रीमद्भगवद्गीता के समक्ष संत श्री पवनदास जी महाराज के द्वारा दीप प्रज्वलन कर "घर घर गीता का प्रचार हो " इस स्वाध्याय गीत का सामूहिक गायन हुआ । इसके पश्चात् स्वाध्याय पत्रक का वाचन गीता स्वाध्याय परिवार के सदस्यों में क्रमशः श्री सुशील व्यास, श्याम कारपेंटर व बाल संस्कृतानुरागी अग्रेस चौरसिया द्वारा सस्वर करवाया गया । सुभाषित श्याम कारपेंटर , अमृतवचन श्री सुशील व्यास व प्रेरक प्रसंग शिक्षिका श्रीमती प्रमिला सक्सेना के द्वारा कहे गए । श्रीमद्भगवद्गीता के ग्यारहवें अध्याय के ग्यारह श्लोकों का सस्वर वाचन बालसंस्कृतानुरागी अग्रेस चौरसिया ने करवाया । इस अवसर पर कपिलेश्वर गौशाला के संत श्री पवनदास जी ने सत्संग का महत्त्व बताते हुए कहा कि मनुष्य जीवन में सत्संग का बड़ा महत्त्व है । वास्तव में देखा जाए तो गीता जी में ही श्रीकृष्ण व अर्जुन के बीच सत्संग हुआ । उन्होंने आगे कहा कि सत्संग ईश्वर की कृपा के बिना संभव भी नहीं होता है इसलिए हमें गीता स्वाध्याय से जुड़कर प्रतिदिन अपने घर पर भी गीता स्वाध्याय करना चाहिए और सप्ताह में एक दिन रविवार को आयोजित होने वाले गीता स्वाध्याय में आकर सत्संग का लाभ लेना चाहिए ।
इस अवसर पर गीता स्वाध्याय परिवार के वरिष्ठ संत श्री पवनदास जी महाराज श्री रमेशचंद्रसक्सेना , श्री विपुल सक्सेना श्री सुशील व्यास श्री कमल चौरसिया श्री दीपक श्री कुलदीप राठौर श्री उमेश बरेठा श्रीमती प्रमिला सक्सेना श्रीमती रजनी व्यास श्रीमती सुमन पचलानिया श्रीमती सुभद्रा मण्डलोई श्रीमती वर्षा सक्सेना श्रीमती ऋतु सक्सेना श्रीमती रानी भिलाला व ब्लॉक कॉलोनी की मातृशक्ति उपस्थित रहीं । अंत में आरती प्रसाद वितरण व कल्याण मंत्र हुआ । आगामी रविवार को गीता स्वाध्याय सुदर्शन नगर स्थित माताजी के मंदिर में होगा ।


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