पुलवामा में बीर सपूतों के दुर्दांत और शर्मनाक घटना में शहीद होने से पूरे भारत में जनाक्रोश

वाराणसी ।। पुलवामा में शहीद हुए सी आर पी एफ के जवानों की टीम पर विस्फोटक हमलों से हमारे देश के बीर सपूतों का जो दर्दनाक मौत हुआ। जिनके शरीर के हर अंग चीथड़े बनकर हवा में उड़ गए ।यह दुर्दांत और शर्मनाक घटना हमारे   देश के सवा सौ करोड़ जनता झकझोर कर रख दिया है।आज पूरे देश में जनाक्रोश फैला हुआ है जगह_जगह पड़ोसी देश के प्रधानन्त्री का पुतला जलाया जा रहा है,जनता का सिर्फ यही मांग है ।भारत माता के सपूत आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी सेना को बंधनों से मुक्त करें ताकि समय को देखते हुए उचित कार्रवाई करने का निर्णय स्वयं लें । एक के बदले दस का सिर से आपके चरणों में समर्पित करें,और सैनिकों का बंद पेंसन फिर से देय हो ।

वाराणसी के देईपुर,बरौरा,गोराई गांव में अंटू सिंह , राजकुमार यादव, राजकुमार चौरसिया, महंत राजू बाबा,अनिल राजभर और रितेश शर्मा के नेतृत्व में हजारों की संख्या में जनाक्रोश पाकिस्तान के प्रधानन्त्री का पुतला जलाया गया,शहीद भगत सिंह के साथ चित्र पर माल्यार्पण कर कैंडल मार्च निकाला गया और पाकिस्तान _मुर्दाबाद, का नारा लगाया गया।

जौनपुर में वतन के रखवाले युवा बिग्रेड टीम के सदस्यों ने युवा  टीम के जन नायक अमित शर्मा,अजय शर्मा के नेतृत्व मेंजंघई रोड से रैली निकाली और वही सुजांगज से दूसरी रैली निकाली गई जो इलाहाबाद रोड और प्रतापगढ़ रोड से होते हुए थाने के पास हजारों की संख्या में जमकर नारेबाजी की और गीत गाए "जिस्म वो  क्या जिस्म है जिसमें न हो खूने _जुनू ,क्या वो तूफान से लड़े जो कस्ती_ए__साहिल में है।"राजकुमार यादव ने कहा कि मूर्तियों और कुंभ पर धन करने से अच्छा है कि देश के पहरेदारों पर करें।देश के अंदर अच्छे कार्य करने वाले बाल निर्माण करने वाले सस्थाओं पर करें ताकि देश का विकास हो__ जय हिन्द

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