फौजी बेटे को चाहिए थी छुट्टी, रच डाली पिता के अपहरण की साजिश

बनारस में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। सेना में काम करने वाले एक युवक ने अपने ही पिता के अपहरण की साजिश रची वो भी सिर्फ इसलिए कि उसे छुट्टी चाहिए थी। मामले का खुलासा होने पर पुलिस कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

जंसा थाने के काशीपुर गांव निवासी रामधनी पाल फौज में नौकरी करता है। उसका पिता बेचू पाल राजगीर है। वह दो महीने से इसी थाना क्षेत्र के बारेमा गांव निवासी सीता रामसिंह के यहां मकान बना रहा था। शनिवार को वहां किसी बात को लेकर विवाद हो गया था।
बेचू पाल साइकिल व कपड़ा छोड़कर बारेमा से गायब हो गया। बेचू पाल की पत्नी हीरावती पाल जंसा थाने पर पहुंचकर बारेमा गांव निवासी सीताराम सिंह व उसके पड़ोसी विनोद सिंह के खिलाफ अपहरण कर हत्या कर देने की तहरीर दी।
पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर विनोद सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। वैसे पुलिस को वारदात संदेहास्पद लग रही थी। मंगलवार को सुबह बेचू पाल जब घर लौटा तो पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की।
बेचू पाल ने बताया कि मेरे बेटा रामधनी पाल फौज में नौकरी करता है। उसे छुट्टी नहीं मिल रही थी। उसके कहने पर मैंने अपहरण का नाटक रचा और मथुरा चला गया था।
जंसा इंस्पेक्टर हेमंत सिंह ने बताया कि बेटे को फौज से छुट्टी दिलाने के लिए पिता बेचू पाल ने अपहरण का नाटक रच कर दो लोगों के खिलाफ अपहरण व हत्या की तहरीर दी थी। पूछताछ के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

रिपोर्टर

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