जंघई रेलवे स्टेशन कब होगा सुंदर, आधा काम करा ठेकेदार गायब

जौनपुर । जंघई स्टेशन के सुंदरीकरण के लिए डेढ़ साल पहले डेढ़ करोड़ रुपये स्वीकृत हुआ था। पैसा स्वीकृत होने के बाद काम तो शुरू हुआ लेकिन ठेकेदार आधा अधूरा काम कराकर नदारद हो गए। इससे नौ माह बीत जाने के बाद भी काम पूरा नहीं हो सका है। इसे लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। लोगों ने शीघ्र स्टेशन का सुंदरीकरण करने की मांग की है। जबकि इस स्टेशन से प्रति वर्ष 20 करोड़ रुपये की आय रेलवे विभाग को होती है।
वाराणसी-प्रतापगढ़ रेलवे रूट पर स्थित जंघई रेलवे स्टेशन ए श्रेणी का दर्जा प्राप्त स्टेशन है लेकिन इस स्टेशन पर मुकम्मल यात्री सुविधाएं नहीं है। इससे यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर लोगों ने रेलवे विभाग से यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की। जिस पर रेलवे विभाग ने स्टेशन के सुंदरीकरण के लिए डेढ़ साल पहले डेढ़ करोड़ की राशि पास की थी। इसके बाद डीआरएम खुद तीन बार स्टेशन का निरीक्षण भी किए। स्टेशन को सुंदरीकरण करने के लिए नक्शा भी बन गया। इसके तहत पुराने भवन को ढहाना, कार पार्किंग, स्टेशन के मेन गेट पर पोर्टिको बनना, महिला और पुरुष प्रतीक्षालय बनाना आदि काम होना था। पुराने भवनों को ढहाने सहित अन्य निर्माण कार्य शुरू हुआ लेकिन आधा-अधूरा कार्य कराकर ठेकेदार भाग गया। नौ माह बीत जान के बाद भी स्टेशन के सुंदरीकरण का कार्य पूरा नहीं हो सका। हालत यह है कि स्टेशन पर पुराने प्रतीक्षालय को ढहाकर मिट्टी डालने का काम किया गया है। महिला प्रतीक्षालय अधूरा बनाया गया है। पुरुष प्रतीक्षालय के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। स्टेशन के बाहर फर्श को खोदकर ईंट बिखेर दी गई है। इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राजनाथ यादव का कहना है कि स्टेशन ए श्रेणी का दर्जा प्राप्त है। बावजूद इसके सुविधा कुछ भी नहीं है। उन्होंने शीघ्र स्टेशन का सुंदरीकरण करने की मांग की है। भाजपा नेता आकाश दुबे का कहना है की ठेकेदार की लापरवाही से काम रुका पड़ा है। इसके लिए अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है।

रिपोर्टर

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