डॉन मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या

भदोही(दिनेश यादव) । पूर्वांचल का कुख्यात डॉन प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या कर दी गई। आज पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में मु न्ना बजरंगी की पेशी होनी थी। मुन्ना बजरंगी को रविवार झांसी जेल से बागपत लाया गया था। उसे तन्हाई बैरक में कुख्यात सुनील राठी ओर विक्की सुंहेड़ा के साथ रखा गया था।

जेल में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। जेल में माफिया डॉन की हत्या से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। जबकि पत्नी ने 10 दिन पहले ही हत्या की आशंका जताते हुए सुरक्षा की मांग की थी उसके बावजूद पुलिस ने उनकी गुहार पर ध्यान नही दिया और मुन्ना बजरंगी की हत्या हो गयी इस हत्या के बाद पुलिस भी सवालों के घेरे में खड़ी हो गयी है तो वही जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाया जाने लगा है ।

मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। उसका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे. मगर प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने उनके अरमानों को कुचल दिया। उसने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी। किशोर अवस्था तक आते आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे। मुन्ना बजरंगी ने अपने 20 साल के आपराधिक जीवन में 40 हत्याएं की थी ।

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