मेरा संविधान-मेरा आत्मसम्मान,संविधान को वंदन और आंतकी हमले में शहिदों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा

पालघर ।। भारतवर्ष का संविधान दुनिया का सर्वोच्च संविधान है।विविधता में एकता प्रतीक भारतीय संविधान में अधिकार एवं कर्तव्यों का विस्तार से वर्णन किया गया है।देश के उन्नति, शांति और सोर्हाद,समृद्धि को लेकर 26 नवंबर को सन्1949 को हमारा संविधान संस्थापकों के कड़ी मेहनत के पश्चात अधिनियम के रूप में सामने आया। जिसे प्रत्येक वर्ष गौरव के साथ सभी आदर पूर्वक उसका सम्मान में नतमस्तक हो प्रमुख अनुच्छेदों का वाचन करते है।

भारतीय संविधान दिवस के वर्षगांठ पर पालघर जिलाधिकारी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम तमाम प्रशासनिक अधिकारियों ने उपस्थित होकर भारतीय संविधान को आदर सहित नतमस्तक हो वंदन किया। जिलाधिकारी डाँ. कैलाश शिंदे ने भारतीय संविधान के प्रमुख विंदुओं पर चर्चा के माध्यम से आत्मसम्मान से फर्क करने वाला विश्व का सर्वोत्तम संविधान बताया। इस अवसर पर 26/11 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में प्राणों की न्यौछावर करने वाले अमर वीर योद्धाओं,नागरिकों को याद करते हुए दो मिनट की मौन रखकर भाववीनी श्रद्धांजलि भी दी गयीं।

कार्यक्रम में उपजिलाधिकारी किरण महाजन,प्रांत अधिकारी विकास गाजरे,अर्चना कदम,तहसीलदार उज्जवला भगत समेत जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। पालघर जिलापरिषद कार्यालय में भारतीय संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में संविधान के प्रति आम लोगों में जनजागृति तथा शासकीय सुविधाओं को लेकर चर्चा करते हुए भारतीय संविधान को गौरवशाली बताते हुए उपस्थित सभी ने मान वंदना की। जिलापरिषद कार्यालय पर आयोजित संविधान विषयक कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।

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