चुप नहीं रहना है हिंसा नहीं सहना है

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय क्षेत्र  सेवापुरी के  हरसोस,परमन्दापुर, जंसा,दिनदासपुर, चौखण्डी, कुंडरिया आदि गाँवो में लड़कियों ने पदयात्रा कर कन्या भ्रूण हत्या,यौन उत्पीड़न,दहेज़,बाल विवाह जैसे सामाजिक कुरीतियों  के खिलाफ आवाज उठाई। भीषण ठण्ड के बावजूद लड़कियों का उत्साह देखते ही बनता था।गाँव गाँव में आयोजित कार्यक्रम में शामिल सैकड़ो महिलाएं,लड़कियां और युवाओं घरेलु महिला हिंसा बन्द करो भ्रूण हत्या पर रोक लगाओ,बाल विवाह बंद करो, तिलक दहेज़ छोडो जाती पाती तोड़ो,भीख नही अधिकर चाहिए जीने का सम्मान चाहिए,औरत भी जिन्दा इंसान नही भोग की वह सामान, यौन हिंसा पर रोक लगाओ आदि नारे लगाये। लड़कियों ने घरेलु महिला हिंसा बाल विवाह पर रोक लगाने की मांग किया। सैकड़ों लड़कियों और युवाओं ने भ्रूण हत्या,दहेज,गैरबराबरी, लड़कियों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ हस्ताक्षर करके इसे जड़ से मिटाने का संकल्प लिया।

 लोक समिति, एशियन ब्रीज इंडिया, ग्रामीण पुननिर्माण संस्थान, ग्राम्या संस्थान,मैसवा और एक साथ अभियान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी समाज में लड़कियों और महिलाओं के साथ भेदभाव किया जा है, जबकि संवैधानिक ब्यवस्था ने सबको समान अधिकार दिए है लेकिन समाजिक ब्यवस्था के कारण महिलाओं और लड़कियों को बराबरी का अधिकार नही प्राप्त हो पा रहा है, इसलिए सामाजिक ब्यवस्था में बदलाव लाना जरुरी है, क्योंकि सख्त कानून बनने के बावजूद आये दिन लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़खानी बलात्कार घरेलू हिंसा की घटनाएँ हो रही है जो कि सभ्य  समाज के लिये बहुत चिंतनीय बात है। इसलिए लड़कियों  और महिलाओं को अपने  हक और अधिकार के लिए आगे आकर खुद पहल करना होगा। 

पदयात्रा कार्यक्रम में जगह जगह लोगों ने लोगों का जमकर स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप  से अनीता,सोनी, सरिता,राजेश प्रधान, समाज सेवी विजय कुमार, राजेश मास्टर,सुनील, मनजीता, श्यामसुन्दर, नगीना,आशा,फुलवासा, श्यामतारा, जंसा थाना इंचार्ज,पंचमुखी,प्रेमा,विद्या, चन्द्रकला,रणविजय, रामबचन विकास वाजपेयी आदि ने अपने विचार रखे.

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