अमित शाह को काला झंडा दिखाने पर छात्राओं की पुलिस व कमांडो द्वारा पिटाई का विरोध

इलाहाबाद : आज दिनांक 29 जुलाई को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ भवन में एक प्रेस वार्ता आयोजित की गयी पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान अध्यक्ष द्वारा, जिसमे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को 3 छात्रों द्वारा लोकतांत्रिक ढंग से काला झंडा दिखाने के दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्राओं नेहा यादव, रमा यादव और किशन मौर्य के साथ पुलिस और अमित शाह के सिक्योरिटी कमांडो ने जिस तरह से न सिर्फ दुर्व्यवहार किया गया बल्कि दोनों लड़कियों को कमांडो ने लाठी मारी गयी और एक पुलिस वाले द्वारा छात्राओं को बाल खींचते हुए पुलिस की गाड़ियों में घसीटा गया वह बेहद न सिर्फ शर्मनाक है बल्कि स्वयं पुलिस द्वारा क़ानून की धज्जियां उड़ाने वाला है, इसकी निंदा की गयी।

कानून के अनुसार कोई भी पुरुष पुलिसकर्मि , महिला को न तो हाथ लगा सकता है न ही महिला पुलिस की ग़ैर मौजूदगी में हिरासत में ले सकता है।

यह घटना न सिर्फ निदंनीय है बल्कि वर्तमान सरकार के महिला सुरक्षा- सम्मान के दावे औऱ बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ के दावों को भी जुमला साबित करती है।

हम माननीय उच्च न्यायालय से अनुरोध करते हैं कि वह स्वतः संज्ञान लेते हुए महिलाओं की अस्मिता को सुरक्षित करने और कानून का पालन हेतु सरकार को निर्देशित करे।

साथ ही पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह और वर्तमान अध्यक्ष अवनीश यादव के नेतृत्व में आज शाम  एक प्रतिनिधिमंडल ज़िले के आई.जी महोदय को तहरीर देकर दोषी पुलिस वालों के खिलाफ़ जिन्होंने छात्राओं को बाल पकड़कर घसीटा और जिस कमांडो ने लाठियां चलाई उसके खिलाफ FIR दर्ज करने के लिये तहरीर देगा।

और अगर छात्राओं और छात्रों की रिहाई न हुई तो महिलाएं एवं युवा आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।

हम माननीय उच्च न्यायालय से अनुरोध करते हैं कि वह स्वतः संज्ञान लेते हुए महिलाओं की अस्मिता को सुरक्षित करने और कानून का पालन हेतु सरकार को निर्देशित करे।

मीटिंग में पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह , वर्तमान अध्यक्ष अवनीश यादव, उपाध्यक्ष चंद्रशेखर चौधरी, अदील हमजा साहिल, शामिल रहे।


रिपोर्टर

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