भिवंडी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 32. आज मिले 03 नये संक्रमित मरीज

भिवंडी।। भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 32 पर पहुँच चुका हैं.भिवंडी शहर में जैैतूनपुुुुरा बंगालपुरा में 01, बेताल पाडा 04, मानसरोवर 01,घूंघट नगर 02, तांडेल मोहल्ला 03, मुमताज नगर 01, कामतघर 04, शांतिनगर 01, आजमी नगर 01, फलेनगर 01, भादवड़ 01 कुल 19 कोरोना संक्रमित मरीज हैं.वही पर भिवंडी ग्रामीण परिसर में पडघा बोरीवली 01, कशेली 05, कोन गांव 02, चरणी पाडा रहनाल 02 कुल 10 कोरोना संक्रमित मरीज हैं।
         
आज बुधवार ग्रामीण परिसर के खबर अच्छी नहीं हैं.काल्हेर गांव में 03 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिलने से ग्राम पंचायत में हडकंप मचा हुआ हैं जिसके कारण ग्रामीण परिसर में भी कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 13 पर पहुँच चुकी हैं. इस प्रकार भिवंडी में कुल कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 32 हो गयी हैं.
     
काल्हेर गांव में 39 वर्षीय व 56 वर्षीय दोनों व्यक्ति मुंबई महानगर पालिका के कर्मचारी हैं। तथा 45 वर्षीय व्यक्ति ठाणे महानगर पालिका के TMC बस कंडक्टर हैं.तीनों शासकीय कर्मचारियों का रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आयी हैं.जिसके कारण सभी शासकीय कर्मचारियों के परिजनो को राजनोली स्थित टाटा आमंत्रणा में कोरंटाइन कर रखा गया हैं इस प्रकार की जानकारी खारबाव प्राथमिक आरोग्य केंद्र के वैद्यकीय अधिकारी डाॅ.डावकर ने दिया हैं.अब ग्रामीण परिसर में पडघा बोरीवली 01, कशेली 05, काल्हेर 03कोन गांव 02, चरणी पाडा रहनाल 02 कुल 13 कोरोना संक्रमित मरीज हैं।

कोरोना को मात देकर लौटे 4 मरीज.28 का उपचार शुरू:

कोरोना पाॅजिटिव 4 मरीज उपचार के दौरान ठीक होकर अपने अपने घरों पर आ गये हैं. जिसमें जैतून पुरा बंगालपुरा के रहने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति, बेतालपाडा 50 वर्षीय, अवचित पाडा 23 वर्षीय तथा भिवंडी ग्रामीण के पडघा निवासी 62 वर्षीय महिला का समावेश हैं. उक्त सभी का उपचार ठाणे के सिविल अस्पताल में चल रहा था. बाकी 28 लोगो का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा हैं.मनपा सुत्रों की माने तो टाटा स्थित आमंत्रणा में लगभग 314 लोगो को कोरंटाईन कर रखा गया हैं. इसके साथ ही 55 लोगो को होम कोरंटाईन किया गया हैं. वही पर लगभग 700 से 800 लोगों की मुद्दत पुरा होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया हैं.

सोसल डिस्टेंसिंग पालना बहुत जरुरी: 

जानकरों का मानना हैं कि इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य हैं. मुंह पा मास्क तथा निरंतर हाथों को सेनेटाईजर करना जरुरी हैं.लोगो में कम से कम तीन फुट का अंतर रखना चाहिए.भीड़ भाड़ क्षेत्रों में जाने से बचें. थोड़ा भी सर्दी जुकाम होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ केंद्र पर जांच करवाना चाहिए. अन्यथा गंभीर खतरा पैदा हो सकता हैं. बहुत ही जरुरी हो तो घरों के बाहर निकले अन्यथा घरों में ही रहे.

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