भिवंडी में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या हुई 34.आज मिले 01 नये संक्रमित मरीज

भिवंडी।। भिवंडी शहरी भाग में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 21 पर पहुँच चुकी हैं वही पर ग्रामीण परिसर में भी 13 मरीज पाये जाने से यह आंकड़ा 34 पर पहुँच चुका हैं ।
       
आज शुक्रवार के दिन भिवंडी के वंजारपट्टी नाका स्थित रहिवासी इमारत में कालिना कुर्ला से आयी 25 वर्षीय महिला का रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव पाया गया हैं, बता दे कि यह महिला एक तारीख को मुंबई कालीना कुर्ला से भिवंडी आई थी. जिसको कोरंटाइन किया गया था.वही पर सेंपल लेकर जांच के भेजा गया था.जिसकी रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आयी हैं.वही पर अभी तक 03 कोरोना पाॅजिटिव मरीज उपचार के दौरान ठीक होकर अपने अपने घरों में रह रहे है.शहरी भाग में अब कुल 19 कोरोना पाॅजिटिव मरीज हैं जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा हैं ।

भिवंडी शहर में अब जैैतूनपुुुुरा बंगालपुरा में 01, बेताल पाडा 04, मानसरोवर 01,घूंघट नगर 02, तांडेल मोहल्ला 03, मुमताज नगर 01, कामतघर 04, शांतिनगर 01, आजमी नगर 01, फलेनगर 01, भादवड़ 01, वंजारपट्टी नाका 01 कुल 21 कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा हैं ।
     
वही पर भिवंडी ग्रामीण परिसर में पडघा बोरीवली 01, कशेली 05, कोन गांव 02, चरणी पाडा रहनाल 02 ,काल्हेर 03 कुल 13 कोरोना संक्रमित मरीज हैं। भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर मिलाकर यह आंकड़ा 34 पर पहुँच चुका हैं ।

कोरोना को मात देकर लौटे 4 मरीज 30 का उपचार शुरू:

कोरोना पाॅजिटिव 4 मरीज उपचार के दौरान ठीक होकर अपने अपने घरों पर आ गये हैं. जिसमें जैतून पुरा बंगालपुरा के रहने वाले 65 वर्षीय व्यक्ति, बेतालपाडा 50 वर्षीय, अवचित पाडा 23 वर्षीय तथा भिवंडी ग्रामीण के पडघा निवासी 62 वर्षीय महिला का समावेश हैं. उक्त सभी का उपचार ठाणे के सिविल अस्पताल में चल रहा था. बाकी 30 लोगो का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा हैं.मनपा सुत्रों की माने तो टाटा स्थित आमंत्रणा में लगभग 314 लोगो को कोरंटाईन कर रखा गया हैं. इसके साथ ही 55 लोगो को होम कोरंटाईन किया गया हैं. वही पर लगभग 700 से 800 लोगों की मुद्दत पुरा होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया हैं। 

सोसल डिस्टेंसिंग पालना बहुत जरुरी: 

जानकरों का मानना हैं कि इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य हैं. मुंह पा मास्क तथा निरंतर हाथों को सेनेटाईजर करना जरुरी हैं.लोगो में कम से कम तीन फुट का अंतर रखना चाहिए.भीड़ भाड़ क्षेत्रों में जाने से बचें. थोड़ा भी सर्दी जुकाम होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ केंद्र पर जांच करवाना चाहिए. अन्यथा गंभीर खतरा पैदा हो सकता हैं. बहुत ही जरुरी हो तो घरों के बाहर निकले अन्यथा घरों में ही ।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट