कोरोना वायरस से लड़ाई में जागरुकता की अहम भूमिका --- हाजी मोहम्मद इस्माईल ( मिर्ची ) भि. मनपा नगरसेवक।

भिवंडी।।कोरोना नामक वैश्विक महामारी से नागरिकों को बचाने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार ने एक दिन के जनता कर्फ्यू के बाद 24 मार्च से देश को लाॅक डाउन घोषित कर दिया। जो जहां था वही रुक गया। इस दरम्यान गरीब व मजदूर पूरी तरह से बेरोजगार हो गये। केन्द्र व राज्य सरकारें इन मजदूरों तथा गरीबों के मदद की.जो "ऊंट के मुँह में जीरा के सामान साबित हुआ"। लाॅक डाउन में सामाजिक संगठनों सहित समाजसेवा से जुड़े कई लोग सामने आकर गरीब ,मजदूरों के लिए अपने द्वार खोल दिये, जिसके कारण इनकी मदद हो सकी।

           भिवंडी शहर मजदूर बाहुल्य शहर होने के कारण यहाँ पर प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा हैं। बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्य प्रदेश , राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु आदि राज्यों से भारी मात्रा में लोग आकर विभिन्न प्रकार से कपड़ा व्यवसाय में जुड़े हुए हैं। देश तालाबंदी होने से लोग जगह - जगह फंस गये। जिनकी मदद करना अत्यंत आवश्यक था.तथा इस वैश्विक महामारी से नागरिकों को बचाव करना भी उतना ही आवश्यक था.मुश्किल दौर में भिवंडी के होनहार व युवा समाजसेवक तथा भिवंडी मनपा नगरसेवक हाजी मोहम्मद इस्माईल ( मिर्ची ) ने अहम भूमिका निभाते हुए गरीबों, मजदूरों का हर संभव मदद किया और करते आ रहे हैं।

प्रतिदिन सैकड़ों लोगों के बीच भोजन का वितरण :
देश व राज्य तथा शहर 24 मार्च से लाॅक डाउन होने के कारण भिवंडी शहर के गरीब मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था किया.जो पूरे लाॅक डाउन के दरम्यान चलता रहा। इस दरम्यान वैश्विक महामारी का फैलाव ना हो इसके लिए सोसल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान दिया गया।

राशन व जीवनावश्यक सामग्री का वितरण:
तालाबंदी में फंसे व बेरोजगार हुए ग़रीब मजदूरों के परिवार का भरणपोषण के लिए राशन व जीवनावश्यक सामग्री का वितरण किया जो लगभग 15 दिनों तक निरंतर चलता रहा.लगभग 6000 हजार परिवारों में राशन कीट का वितरण किया गया। जिसमें दैनिक रसोई में इस्तेमाल होने वाले सभी सामाग्री का समावेश था।

जनजागृति अभियान:
कोरोना वायरस से बचने के लिए नागरिकों के बीच जनजागृति अभियान चलाया गया.वही पर इस खतरनाक वैश्विक महामारी के बारे में नागरिकों को अवगत करवाया। तथा इससे अपने परिवार सहित आस - पड़ोस के लोगों को कैसे बचाया जा सके,वह इससे स्वयं को कैसे सुरक्षित रखा जायें ?. इसकी विस्तृत जानकारी नागरिकों को दिया। वही पर नागरिकों से अपील कि लाॅक डाउन के नियमों का पालन करना अनिवार्य हैं। पूरे जिम्मेदारी के साथ अपने परिवार के सुरक्षा व सुरक्षित रखने के लिए अनुपालन करें।
ट्रेन प्रवासियों की मदद :
लाॅक डाउन में फंसे गरीब, मजदूरों  को सरकार ने कुछ राहत देते हुए उन्हें उनके गंतव्य स्थान (गांव) तक पहुंचाने के लिए विशेष श्रमिक ट्रेन चलाया। जिसका फार्म भरने की
जिम्मेदारी शासन व प्रशासन ने पालिका नगरसेवकों को दिया था जिसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए हजारों व्यक्तियों का फार्म भरा तथा उनके गंतव्य स्थान ( गांव) तक जाने के लिए सहूलियत प्रदान की।

पूरे परिसर को सेनेटाईजर करवाना:
लाॅक डाउन के दरम्यान वैश्विक महामारी अपना पांव धीरे धीरे पसार रहा था। किन्तु जैसे ही सरकार ने कुछ रियायतें दी.वैसे ही महामारी ने अपना विकराल रुप धारण करना शुरू कर दिया। गैबीनगर ,गुलजार नगर, रावजीनगर परिसर हाॅट स्पॉट बन गया। दिन प्रतिदिन नये नये मरीज मिलने लगें. जिसकों देखते हुए पूरे परिसर में कीट नाशक दवाईयां का छिड़काव करवाना चुनौती का काम था। जिसमें दिन रात मेहनत कर पूरे परिसर में जंतुनाशक दवाईयां का छिड़काव करवाया। 

संक्रमित व्यक्तियों को हॉस्पिटल पहुँचाने व परिजनो को होम कोरंटाइन करवाना :
गैबीनगर परिसर के साथ अन्य परिसर में संक्रमित व्यक्तियों को उपचार हेतु मनपा के आरोग्य केन्द्र डाॅक्टरों के मदद से उन्हें तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाने का कार्य करने की अहम भूमिका निभाया तथा निभा रहे हैं। इसके साथ ही उनके परिसर को विषाणु रहित करने के लिए सेनेटाईजर करवाया। इसके साथ ही संक्रमित व्यक्तियों के परिजनो को होम कोरंटाइन करवाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।जिसके कारण वायरस की विषाणु फैलने की चैंन टूट सकें।
पोगांव स्थित 200 बेड की जगह उपलब्ध करवाना : 
शहर में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या प्रत्येक दिन बढ़ रहा हैं।जिसके कारण कोविड -19 अस्पताल बना स्वं.इंदिरा गांधी उपजिला अस्पताल में मरीजों के बेड कम पड़ रहे थें। जिसको देखते हुए पोगांव स्थित अरशद सिद्दीकी के 30 हजार स्क्वायर फुट का गाला को अस्थायी रूप से कोविड- 19 अस्पताल बनाने हेतु मनपा‌ आयुक्त व महापौर को अवगत करवाया। तत्काल महापौर ने इसकी सूचना ठाणे जिला अधिकारी को दी तथा जिला अधिकारी से अनुमति मिलने के बाद हास्पिटल बनाने का काम मनपा प्रशासन ने शुरू कर दिया। इस कार्य में हाजी मोहम्मद इस्माईल ने अहम भूमिका निभाई। जिसके कारण शहर में गरीबों के लिए एक अस्थायी कोविड -19 अस्पताल जो लगभग 250 बेड का बनने जा रहा हैं।

पुलिस, डाॅक्टर तथा मनपा कर्मचारियों के लिए भी हॉस्पिटल का इंतजाम: 
शहर में कोरोना योद्धा के रूप में इस वैश्विक महामारी से लड़ रहे पुलिस , मनपा कर्मचारियों के साथ डाॅक्टरों के संक्रमित होने पर जरूरत पड़ी, तो उनके भी लिए अस्पताल बनाने की जगह का इंतजाम किया हैं।‌ जिसमें लगभग 200 बेड बनाया जा सकता हैं।
     पालिका नगरसेवक हाजी मोहम्मद इस्माईल के कार्यों को देखकर वरिष्ठ नागरिकों में चर्चा हैं कि पालिका के सभी नगरसेवक इस तरह से अगर काम करते हो तो इस महामारी के लड़ाई में जरूर सफलता मिलेगी। वह स्थानिको सहित कई समाजिक कार्यकर्ताओं व संगठनों द्वारा इनके कार्यो को सहरनीय कदम बताया हैं। 

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