भिवंडी पालिका के सफाई कर्मचारियों को इंसाफ मिले - शादाब उस्मानी

भिवंडी।‌। भिवंडी शहर में तेजी के साथ कोरोना नामक वैश्विक महामारी अपना विकराल रुप धारण कर लिया हैं। जिसके कारण शहर तथा ग्रामीण परिसर में दर्जनों मरीज प्रतिदिन मिल रहे हैं। कोरोना योद्धा के रूप स्वास्थ्य कर्मियों के साथ पुलिस प्रशासन भी मजबूती के साथ खड़ा हैं। वही पर अहम भूमिका पालिका के सफाई कर्मचारी भी निभा रहे हैं। जो बिना डरे ,घबराऐ शहर का हर नुक्कड़ , गल्लियां व मोहल्ले को साफ कर रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में इन्हें भी ख्याल रखना और इनकी समस्याओं का निवारण करना भी हमारे ज़िम्मेदारियों में से एक है। जिसके देखते हुए भिवंडी शहर के पूर्व AIMIM अध्यक्ष शादाब उस्मानी ने मुख्यमंत्री, जिला अधिकारी व पालिका आयुक्त को निवेदन पत्र देकर मांग किया हैं कि 45 से 50 साल के ऊपर उम्र वाले सफाई कर्मचारियों को इस संकटकाल में कंटनमेट जोन सहित संक्रमित जगहों पर काम पर हाजिर नहीं किया जायें,जिससे उनके जीवन का खतरा पैदा हो सकें । इसके साथ ही आरोग्य सलाहकारों का मानना है कि जिस मरीज़ की इम्युनिटी पावर कम हो उस मरीज़ पर Covid-19 का संक्रमण जल्द पकड़ता है. किन्तु पालिका प्रशासन सफाई कामगारों के लिए बारिश से बचने के रेन कोट भी उपलब्ध करवाने में नाकाम हैं यहाँ तक उन्हें खुले हाथों से कचरा उठाना पड़ता हैं। उनके हाथों ग्लोज या पैरे में गम बूट तक नहीं होता हैं। वही पर लाॅक डाउन के दरम्यान सफाई कर्मचारियों का पगार में से लोन का EMI काट लिया गया। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और जिल्हा अधिकारी ठाणे ने आदेश जारी किया था कि किसी भी व्यक्ति के लोन का तीन महीने तक EMI नहीं भरना पड़ेगा। इसके विपरीत भी उनके पगार से EMI काट लिया गया। निवेदन पत्र देकर शादाब उस्मानी ने इन समस्याओं पर उचित कार्रवाई करने की मांग किया हैं। जिससे उनकी मदद हो सकें।

रिपोर्टर

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