कोरोना ने भिवंडी शहर में फीका किया बकरा ईद का पर्व

भिवंडी।। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण मार्च महीने से लगा देश व्यापी लाॅक डाउन के दरम्यान अनेक त्यौहार आऐ.इन त्यौहारों में पूरी तरह रौनक नदारद रही.वही पर आज घर बंदी में मनाया जा रहा बकरा ईद भी पूरी तरह से रौनक विहीन रहा.लोग अपने अपने घरों में नमाज़ अदा की.घरों के पास ही बकरे की कुर्बानी दी गयी।

बकरों की कीमत में भारी गिरावट :
पांच महीने से लगे देश व्यापी लाॅक डाउन के कारण तीन‌ बत्ती बाजार सहित मोहल्लों में वो रौनक नहीं है जो पहले हुआ करती थी। कोरोना वायरस का खौफ ने लोगो को डरा कर रखा हुआ था. बकरे का बाजार पूरी तरह से बंद होने के बाद भी, इस बार बकरे के कीमत में भारी गिरावट देखी गयी.वैश्विक महामारी कोरोना ने लोगो की कमर तोड़ कर रखी हुई है।
शासन के आदेशानुसार सभी धार्मिक स्थल रहे बंद :
महाराष्ट्र शासन ने दो दिन पहले बकरा ईद की गाईड लाईन जारी करते हुए निर्देश दिया था‌ कि लाॅक डाउन के दरम्यान जारी दिशानिर्देश यथावत रहेंगे तथा सभी धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा रहेगा। वही पर भिवंडी मनपा प्रशासन ने भी इस बार अस्थायी रूप से बूचड़खाने नहीं बनाया.जिसके कारण लोग अपने अपने घरों के पास ही बकरे की कुर्बानी दी.इसके साथ ही भिवंडी पुलिस के अधिकारियों सहित कर्मचारी पूरी तरह से नमाज़ व कुर्बानी के समय शहर के प्रत्येक कोने में तैनात रहे ।

महानगर पालिका के कर्मचारियों का दल बल चौकन्ना :
भिवंडी महानगर पालिका आयुक्त डाॅ.पंकज आशिया ने बकरा ईद के कुर्बानी पर पूरी तरह से सफाई कर्मचारियों की एक भारी भरकम टीम तैनात कर रखा था जिसमें 1,100 कर्मचारियों सहित अधिकारी, 40 निजी टेम्पो, 50 घंटा गाड़ियां व 8 डंपर का समावेश था. इसके साथ ही कुर्बानी के बाद उत्पन्न कचरे को इकट्ठा करने के लिए 150 बैग,100 तिरपाल सहित 300 मजदूरों को तैनात किया था.ईदगाह में साल्टर हाउस के पीछे एकत्रित कचरे को नष्ट करने के लिए पोकलेन और जेसीबी की व्यवस्था उपलब्ध था।

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