
भिवंडी के किसान ने लाॅक डाउन में किया एक अनोखा प्रयोग
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 11, 2020
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◾धान के खेती में उगाया मूंगफली
◾ 17 हजार रुपये खर्च कर लाखों रुपये आमदनी की उम्मीद
भिवंडी।। जिले में पानी की कमी के कारण किसानों को बारिश के पानी पर आश्रित रहकर खेती करना पड़ता है। जिसके कारण यहाँ पर मात्र धान की खेती किसान कर पाते है। किन्तु लाॅक डाउन के दरम्यान पहारे गांव के एक किसान ने अपने 1.5 एकड़ धान की खेत में एक अनोखा प्रयोग करते हुए मूंगफली का खेती करना शुरू किया है. 7 जून को खेत का निरीक्षण करने के बाद पौधे में मूंगफली के दाने लगना शुरू हो गये हैं। जिसके कारण आस पास खुदाई कर पुनः पौधो के पास मिट्टी चढाई गयी है. लहराते खेत को देखकर अक्टूबर माह तक फसल पकने की उम्मीद किसान ने जताया है।
तालुका में पानी का स्तर कम होने के कारण अधिकांश खेती किसान बरसात के सहारे करते आ रहे है.कभी - कभी ज्यादा बरसात होने अथवा सूखा पड़ने से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता हैं. पिछले तीन सालों से लगातार किसानों की फसल खराब होती चली आ रही है.वही पर खेत में काम करने वाले मजदूर नहीं मिलने के कारण स्वयं किसान को खेती में काम करने के बाद भी उन्हों ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा है।
विश्व सहित देश व राज्य तथा शहर गांव तक फैला वैश्विक महामारी "कोरोना" के कारण अधिकतर किसान कर्ज में डुब चुके है। इस संकटकाल में पहारे गांव के एक युवा किसान दीपक नारायण भोईर ने धान के बजाय मूंगफली की खेती कर अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश किया है। इसके लिए दीपक ने ग्राम सेवक गणेश जाधव से मदद लेकर खेत के मिट्टी की जांंच कृषि प्रयोग शाला में करवाया. इसके बाद उच्च श्रेणी का मूंगफली बीज खेत में बुवाई की.अब पौधे के नीचे मूंगफली आना शुरु हो चुका है।
1:50 एकड़ जमीन में मूंगफली की खेती भोईर ने किया है। तथा उम्मीद जताया है कि 15 क्विंटल मूंगफली की पैदावार हो जायेगी.मूंगफली की बुवाई के बाद, अब तक केवल दो बार उर्वरक दिया गया है जिसमें 50 किग्रा यूरिया और 50 किग्रा जिप्सम 18:18 दिया है. फसल अच्छी होने के कारण पूरा खेत हरा-भरा लग रहा है.दीपक भोईर प्रत्येक वर्ष इसी खेत में धान की खेती करते चले आ रहे है.पहली बार 1.5 एकड़ मूंगफली की खेती के लिए 17,000 रुपये खर्च किया हैं और उन्हें लगभग 1 लाख रुपये की आय प्राप्त होने की उम्मीद है। जिसे देखने के लिए आस -पास के किसान प्रतिदिन भोईर के खेतों में आ रहे हैै.तथा अगले बार मूंगफली खेती करने की योजना भी तैयार कर रहे है।
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