हर तरफ से परेशान है किसान एक तरफ यूरिया की कालाबाजारी तो दूसरी तरफ मौसम की मार - जितेन्द्र सनातनी

उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के बहुमुखी प्रतिभा के धनी जितेंद्र सनातनी समाज में व्याप्त समस्याओ, किसानों की दयनीय दशा पर अपनी लेखनी के माध्यम से कर रहे हैं प्रहार

अन्नदाता जी हाँ अन्नदाता यह वही अन्नदाता हैं जिनके बहुत ज्यादा मेहनत के बाद जो अन्न उगता है उसे हम सब खाते हैं, यह अन्न उगाना बन्द कर दें तो हमारे खाने तक के लाले पड़ जाएंगे और हम सब एक एक अनाज के दाने के लिए तरस जाएंगे, 

हम सभी को अपने किसान साथियों का मनोबल बढ़ाना चाहिए पर हम ऐसा नही कर रहे हैं, आज जब धान की फसल खेतों में खड़ी है उसमें डालने के लिए खाद चाहिए पानी चाहिए तभी फसल सही से हो पाएगी, पर मौसम तो साथ नही दे रहा है किसानों का उन्हें इंजन चलाना पड़ रहा है खेतों में जिसके कारण लागत बहुत ज्यादा आ रही है उसके ऊपर से वो लोग जो खाद की कलाबाजरी कर रहे हैं सरकारी रेट से पैसे बड़ा कर ले रहे हैं किसानों से ओर साथ ही बिना जरूरत के ओर समान भी दिया जा रहा है अगर खाद चाहिए तो, अब इसपर प्रशाशन भी सुस्त है और सरकार भी खाद की पूर्ति सरकार नही कर पा रही है जिसकी वजह से बहुत से किसानों के खेतों में खाद नही लगी है, 

सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है पर ऐसे तो उनकी आय पहले से भी घट जाएगी न जाने कितने किसान कर्ज लेकर खेती करते हैं और इन सब चीजों के चलते किसान नुकसान में चला जाता है ओर पैसे न चुकाने के एवज में वो अपनी जान देना बेहतर मानता है, फिर जिममेदार कौन है इन सब का, में बताता हूँ कोन जिम्मेदार है, किसान की आत्महत्या के पीछे जिम्मेदार हैं एओ दुकानदार जो खाद बीज को ब्लैक कर के बेचता है, प्रशाशन जिम्मेदार है जो सही तरीके से कानून का पालन नही कराता ओर वो सरकार जिम्मेदार  है जो दोगुनी आय करने की बात तो करते हैं पर खाद तक उपलब्ध नही करा पाते, अगर हम सबको भोजन करना है तो किसान को सबसे पहले भोजन देना होगा, उसका सम्मान बढ़ाना होगा उसके लिए खाद बीज की कोई कमी न रहे यह भी ध्यान देना होगा, 

एक बात अपने किसान साथियों से भी कहना चाहूंगा कि आपको अब जैविक खेती की ओर लौटना चाहिए खाद जितना कम प्रयोग कर सकते हैं उतना कम करें गोबर की खाद का जितना ज्यादा प्रयोग कर सकते हैं उतना ज्यादा करें, 

सरकार से अपील है कि वो इस ओर ध्यान दे खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाएं और जो दोषी पाए जाएं उनको कड़ी सजा दी जाए , इस बार धान की फसल में उपज से काफी ज्यादा लागत आ रही है इस ओर भी सरकार ध्यान दे, 

जितेन्द्र सनातनी (रामपुर उत्तर प्रदेश) अध्यक्ष- युवा सोशल वेलफेयर सोसायटी

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