
भिवंडी शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में बेची जा रही नशीली पदार्थ व प्रतिबंधित दवाइयां
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 21, 2020
- 1996 views
भिवंडी।। भिवंडी शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में नशील पदार्थों व प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री होने की शिकायत कनेरी के सामाजिक कार्यकर्ता चर्चिन ज्ञानेश्वर सुतार ने भिवंडी पुलिस से किया है। शिकायत पत्र के अनुसार शहर के विभिन्न क्षेत्रों में चरस,गांजा,आफिम,एम.डी.ब्राउन शुगर तथा प्रतिबंधित दवाइयां जोरों से नवयुवकों में बेची जा रही है। जिसके कारण नव युवक इनके जाल में फंसकर नशे के आदी हो रहे है। मौत के सौदागरों ने बकायदे बंदर मोहल्ला, विठ्ठलनगर, दरगाह दिवान शाह, ईद गाह ,पटेल कंपाउड, सोमा नगर आदि क्षेत्रों में खुले तौर पर नशीले पदार्थ बेचने के लिए अड्डा बना चुके है। आश्चर्य की बात है पुलिस की इसकी जानकारी होने के बाद भी इन पर कार्रवाई नहीं करती है।
बंदर मोहल्ला के तारीक पतकीरे नामक व्यक्ति खुलेआम प्रतिबंधित तथा नशीले पदार्थों की बिक्री कर रहा है और लोगो की धमकी भी देता है कि मै काई सालों से कारोबार कर रहा हूँ मेरा कोई नहीं कुछ बिगाड़ सकता है। ऊपर वालो से मेरा याराना संबंध है.इस प्रकार का आरोप निवेदन पत्र में चर्चिन सुतार ने लगाया है।
गौरतलब हो कि भिवंडी शहर में अवैध रूप से गुटखा, प्रतिबंधित सुपारी की खुलेआम बिक्री हो रही है प्रतिबंधित गुटखा तथा सुगंधित सुपारी, तंबाकू तथा अंग्रेजी व देशी शराब अब किराना तथा सुपारी दुकानों पर मिलने लगा है। स्थानीय पुलिस ऐसे दुकानों पर कई बार छापा मारकर कई भारी मात्रा में गुटखा व शराब जब्त किया है। वही पर अब प्रतिबंधित दवाइयां तथा नशीले पदार्थ की बिक्री किये जाने से अभिभावकों में बच्चों के भविष्य को लेकर असमंजस में पड़े हुए है। शहर में बढ़ते नशीले पदार्थों का काला कारोबार नवयुवकों के जीवन के लिए खतरा है ।
भिवंडी बसपा अध्यक्ष अबुशामा खान ने भी इसकी शिकायत भिवंडी पुलिस से कर चुके है.किन्तु आज तक कार्रवाई नहीं होने से जल्द ही आंदोलन करने के लिए चेतावनी भी दिया है. अबुशामा खान ने बताया कि मैं खुद इस अवैध व्यवसाय से जुड़े 10 लोगो का नाम व पता भिवंडी पुलिस को दिया था तथा सरकार द्वारा प्रतिबंधित दवाइयां जो मेडिकल स्टोर में मात्र 27 रुपए में बिकती है वही प्रतिबंधित दवा बाहर 110 रुपये में बेची जा रही है.युवा इन दवाइयों को नशा के रूप में इस्तेमाल कर रहे है.अगर वक्त रहते हुए इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो एक पीढ़ी पूरी तरह से नशे में डूब कर आकारण मौत हो जायेगी।
रिपोर्टर