
भिवंडी मनपा के मुख्य वैद्यकीय अधिकारी पर दवाइयां के घोटाला का आरोप
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Aug 31, 2020
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शासन ने दिया कार्रवाई का आदेश, मचा हडकंप
भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका के सार्वजनिक आरोग्य व वैद्यकीय विभाग में फैला भष्ट्राचार तथा प्रशासकीय कार्यों में अनियमितता के कारण प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डाॅ.विद्या शेट्टी पर फौजदारी गुनाह दाखल करने की मांग तत्कालीन भिवंडी मनपा महापौर जावेद दलवी ने शासन से किया था.
राज्य के राष्ट्रीय आरोग्य अभियान मुंबई विभाग के सह संचालक महेश बोटले ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए भिवंडी पालिका के मुख्य लेखा परीक्षक द्वारा गोपनीय जांचकर उनके द्वारा दिये गये अहवाल नुसार कार्रवाई करने के लिये मनपा आयुक्त डाॅ. पंकज आशिया को आदेश दिया है। जिसके कारण वैद्यकीय आरोग्य विभाग में हडकंप मचा हुआ है।
गौरतलब हो कि भिवंडी महानगर पालिका के वैद्यकीय आरोग्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न आरोग्य केन्द्रों में दवाइयां की सप्लाई की जाती है। वर्ष 2015 - 16 से 2018 - 19 के दरम्यान शासन से आयी दवाइयों का लेखा जोखा रजिस्टर में दर्ज नहीं किया गया तथा आरोग्य केन्द्रों में दवाइयां सप्लाई करने में अनियमितता बरती गयी.तथा महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब किया गया। इसके साथ ही तत्कालीन मुख्य वैद्यकीय अधिकारी पर भष्ट्राचार की शिकायत शिवसेना नगरसेवकों ने तत्काल महापौर जावेद दलवी से किया था। जिसकी शिकायत महापौर जावेद दलवी ने शासन के संबंधी विभाग में शिकायत दर्ज करवाते हुए वैद्यकीय अधिकारी विद्या शेट्टी व संबंधित कर्मचारी तथा आरोग्य विभाग के डाॅक्टरों पर फौजदारी गुनाह दाखल करने की मांग किया था। इस संबंध में शासन मे तत्कालीन महानगर पालिका आयुक्त मनोहर हिरे को गोपनीय जांचकर अहवाल सादर करने के लिए आदेश दिया था.आयुक्त हिरे ने मनपा के मुख्य लेखा परीक्षक कालीदास जाधव को जांच अधिकारी नियुक्त कर जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी.लेखा परीक्षक जाधव ने इस संबंध में सखोल गोपनीय जांचकर सुनावणी भी लिया जिसमें शासन द्वारा आये दवाइयां का रजिस्टर में लेखा जोखा नहीं पाया गया तथा डाॅ. विद्या शेट्टी ने अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज सादर नहीं किया.तथा इसके साथ ही काई महत्वपूर्ण दस्तावेज आग में जलने का बहाना किया.किन्तु आग लगने या महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब होने की शिकायत डाॅ शेट्टी ने पुलिस स्टेशन में दर्ज नहीं करवाया था.
इसके साथ ही शासन द्वारा सिविल हाॅस्पिटल ,डी.डी.आँफिस, डी.एच. ए.आँफिस क्षयरोग आँफिस पुणे आदि जगहों से भेजा गया लाखों रुपये की दवाइयां व जन्म - मृत्यु दाखला संबंधी प्रशासकीय अनियमितता तथा भष्ट्राचार के आरोप संबंधित डाॅ शेट्टी सहित अन्य वैद्यकीय कर्मचारियों की सुनावणी लेने के बाद भी समाधानक उत्तर नही मिला। जिसके कारण कालीदास जाधव ने गोपनीय जांच रिपोर्ट कर शासन के आरोग्य विभाग में भेज दिया। इस जांच रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रीय आरोग्य अभियान मुंबई विभाग के सह संचालक महेश बोटले ने महानगर पालिका आयुक्त डाॅ पंकज आशिया को लिखित पत्र देकर इस भष्ट्राचार में लिप्त प्रभारी वैद्यकीय अधिकारी डाॅ शेट्टी पर कार्रवाई कर अवहाल सादर करने के लिए आदेश जारी किया है।
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