
पटेल कंपाउड बिल्डिंग हादसा : हथियार विहीन मनपा आयुक्त ने क्षेत्राधिकारी व पूर्व प्रभाग अधिकारी को बनाया बलि का बकरा।
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 22, 2020
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भिवंडी ।। सोमवार के भोर में हुए इमारत हादसे में मनपा आयुक्त डाॅ. पंकज आशिया ने क्षेत्राधिकारी व पूर्व प्रभारी सहायक आयुक्त को बली का बकरा बनाते हुए निलंबित कर दिया है। जिसकी चर्चा शहर सहित सोसल मीडिया पर धूम मचाकर रखी हुई है। बता दें कि कामतघर गांव के पटेल कंपाउड स्थित गिरी तीन मंजिला जीलानी इमारत लगभग 40 साल पहले बनाई गयी थी.मनपा के प्रभाग समिति क्रमांक 03 के प्रभारी सहायक आयुक्तो ने इस इमारत को धोकादायक घोषित कर इमारत मालिक सहित 24 फ्लैट धारकों को दो बार इमारत खाली करने के लिए नोटिस जारी किया था.किन्तु मकान मालिकों ने मनपा द्वारा जारी नोटिस को लेने से मनाकर दिया गया.जिसके कारण मनपा कर्मियों ने नोटिस को इमारत में चिपका कर चले गयें थे। तथा आगे की प्रक्रिया शुरू कर दिया था.इमारत में रहने वाले लोगों ने लाॅक डाउन के पहले इमारत तोड़ने के लिए प्लान भी बनाया था.किन्तु लाॅक डाउन लगने तथा वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इमारत को नहीं तोड़ा गया. तथा इस इमारत को नहीं खाली किया.इसी दरम्यान सोमवार को तड़के 21 सितम्बर को 3:15 बजे इमारत का आधा हिस्सा ताश के पत्तो के समान जमीन पर धराशायी हो गया।
◼ तीन मंजिला इमारत के नीचे चलाया जा रहा पावरलूम:
कामतघर गांव के पटेल कंपाउड स्थित इमारत क्रमांक 69 में मकान मालिक द्वारा पावरलूम चलाया जा रहा था तथा ऊपरी पहले, दूसरे तथा तीसरे मंजिल पर 24 फ्लैट बनाकर पगड़ी सिस्टमनुसार इमारत के मालिक ने बेच रखा था.इमारत धोखादायक होने के कारण फ्लैट धारकों तथा इमारत मालिक के बीच विवाद चल रहा था। इसके साथ ही इमारत जर्जर होने के कारण इमारत मालिक सय्यद अहमद जीलानी ने पावरलूम बंद कर मशीन बेच दिया था.पावरलूम के धड़ - धड के कारण इमारत कमजोर हो चुकी थी इसके साथ खाली पड़े तल मंजिला में चौबीस घंटे पानी भरा रहता था.इमारत का नीचला हिस्सा तालाब जैसा बन चुका था.जिसको कारण इमारत ताश के पत्ते के समान भरभराकर गिर पड़ी।
◼ लगभग 100 इमारतें से ज्यादा इमारतों के नीचे चलते है पावरलूम. ऊपर रहते है नागरिक:
भिवंडी शहर पावरलूम उद्योग की नगरी होने के कारण यहाँ पर छोटे - छोटे पावरलूम के कारखाने रहिवासी इमारतों के नीचे चलाया जाता है.पावरलूम की धड-धड से इमारतें कमजोर हो जाती है। इन्ही कमजोर तथा जर्जर इमारतों के ऊपरी भाग में फ्लैट बनाकर लोगों को बेच दिया जाता है ऐसे इमारतें दिन प्रतिदिन मंजिलों में तब्दील होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। पटेल कंपाउड में गिरी इमारत के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर भी पावर लूम चलाया जा रहा था.जिसके कारण इमारत में दरार आ गयी थी.जो सोमवार के तड़के इमारत का आधा हिस्सा ताश के पत्तों के सामान भरभराकर गिर पड़ी।
◼ बलि का बकरा बने पूर्व प्रभारी सहायक आयुक्त जाधव व क्षेत्राधिकारी यादव :
पटेल कंपाउड में हुए इमारत हादसे में मनपा आयुक्त डाॅ.पंकज आशिया ने अपना पल्ला झाड़ते हुए तत्कालीन प्रभारी सहायक आयुक्त सुदाम जाधव सहित क्षेत्राधिकारी व कनिष्ठ अभियंता दूधनाथ यादव को निलंबित कर दिया है इसके आलावा इस घटना की समग्र जांच के लिए मनपा के अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे की अध्यक्षता में मनपा उपायुक्त (मुख्या) दीपक सांवत और शहर अभियंता लक्ष्मण गायकवाड़ सहित चार सदस्यों की एक टीम गठित कर 07 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने के लिए आदेश जारी किया है इसके साथ - साथ भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं रोकने के लिए उपाय योजना बनाने के लिए भी आदेश दिया है।
◼ अवैध तथा धोकादायक इमारतें निष्कासित करने के लिए मनपा के पास नहीं है हथियार :
भिवंडी मनपा क्षेत्र में लगभग 742 धोकादायक इमारतें है.जिसमें 242 अति धोकादायक इमारतों का समावेश है। इसके साथ ही प्रत्येक वर्ष 1000 हजार से ज्यादा इमारतें अवैध रुप से बनाया जाता रहा है। अवैध रुप से बनी इमारतों में मनपा अधिकारियों की मिली भगत के साथ - साथ पुठारी नेताओं का सरंक्षण होने से इनकार नहीं किया जा सकता। बन रही अवैध इमारतों को निष्कासित करने अथवा धोकादायक इमारतों को तोड़ने के लिए शहर विकास विभाग सहित अतिक्रमण विभाग के पास हथौड़ा के आलावा कोई हथियार या मशीनरी उपलब्ध नहीं है। इसके आलावा मनपा के आपत्ति व्यवस्थापन विभाग में भी आपदा या इस प्रकार के हादसे से निपटने के लिए कोई भी सामग्री व समान उपलब्ध नहीं है। यही नहीं इन दोनों विभागों में कार्यरत कर्मचारियों कि बात और निराली है। रोड़ कामगार भी चार चाकिया वाहन से इस विभाग में काम करने आते है। इसके साथ ही आधे से ज्यादा रोड़ कामगारों को बन रही अवैध इमारतों से वसूली करवाने का काम पुठारी नेताओं सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा करवाया जाता रहा है।
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