प्रभाग समिति क्रमांक 03 में कई इमारतें जर्जर, शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं, क्या दूसरे हादसे के इंतजार में है मनपा प्रशासन ?

भिवंडी।। भिवंडी शहर के कई क्षेत्रों में जर्जर व धोकादायक इमारतें मनपा प्रशासन को मुंह चिढ़ाते हुए खड़ी है.इन जर्जर इमारतों की जानकारी मिलने के बाद भी कार्यवाही नहीं करती ? क्या इसमें भी गोरखधंधा चल रहा है ? इस प्रकार के सवाल अब भिवंडी के आम नागरिक उठाने लगे हैं।

गौरतलब हो कि प्रभाग समिति क्रमांक 03 अंर्तगत पटेल कंपाउड में हुए हादसे से पूरा महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि देश हिला चुका है। 21 सितम्बर, सोमवार के तड़के जीलानी इमारत हादसे में लगभग 40 लोगों ने अपनी जान गंवा दी हैं.इसके साथ ही 25 लोग इस हादसे में घायल है.आज भी बचाव कार्य NDRF, TDRF द्वारा किया जा रहा है। शहर में कुल धोकादायक इमारतों की संख्या 742 है। जिसमें अति धोकादायक इमारतें 242 का समावेश है.इसके साथ प्रत्येक वर्ष मनपा परिक्षेत्र अंर्तगत लगभग 1000 से ज्यादा अवैध इमारतों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इन अवैध निर्माण में जनप्रतिनिधियों सहित मनपा प्रशासन में कार्यरत भष्ट्र अधिकारियों के मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
       
इसी प्रभाग समिति अंर्तगत न्यु कणेरी,श्रीरंग नगर के CTS नंबर 1335, सर्वें नंबर 50/ 02 बनी इमारत (घर) क्रमांक 265,300,311, जय अंबे सोसाइटी, तीनों घर धोकादायक इमारतें है। इन धोकादायक इमारतों की जानकारी स्थानिक निवासी हरेश गुरुनाथ पाटिल ने 8 सितम्बर तथा अजय किसनलाल केसरवानी ने  16 सितम्बर को मनपा आयुक्त डाॅ. पंकज आशिया सहित प्रभाग समिति क्रमांक 03 के सहायक आयुक्त नुतन खाड़े को लिखित स्वरूप निवेदन देकर इमारत पर कार्रवाई करने की मांग किया था. इसके साथ निवेदन पत्र में उक्त जर्जर इमारतों के GPS पद्धतिनुसार खींचा गया फोटो भी संग्रहित किया था। वही पर तीनों इमारतों में कुल 55 फ्लैट है। इमारतें जर्जर होने के कारण प्लैट धारकों ने इमारत खाली कर दिया है किन्तु इन इमारतों में आज भी एक - एक परिवार रहता है। इन जर्जर इमारतों के एक तरफ सड़क तथा दूसरी तरफ बस्ती है। अगर उक्त इमारतें ताश के पत्तों की तरह धराशायी हुई. तो भारी संख्या में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ेगी। जो स्थानिको के बीच चिंता का विषय बना हुआ है। मनपा प्रशासन इन इमारतों को निष्कासित करने तथा मनुष्य विहीन करने की प्रकिया फाइलो पर पूरा कर लिया है।‌ परंतु उसके बावजूद भी मनपा प्रशासन उक्त धोखादायक इमारतें के विरुद्ध निष्कासित करने की कार्रवाई करने के लिए साहस नहीं जुटा पा रही है‌ ?. इसी तरह प्रभाग समिति क्रमांक 04 अंर्तगत हाफिज नगर, दरगाह रोड स्थित हाजी नसरू बिल्डिंग भी धोखादायक है.जो आधी खाली हो चुकी है परंतु जर्जर इमारत के आधे हिस्से में आज भी लोग रहते है.इस प्रकार अन्य क्षेत्रों में आज भी कई जर्जर इमारतें खड़ी है जिसे देखते हुए भिवंडी वासी मनपा प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगा रहे है। क्या अब भी मनपा प्रशासन पटेल नगर जैसा दूसरे हादसे का इंतजार कर रही है इस प्रकार का सवाल अब स्थानिको ने उठाना शुरू कर दिया है।

रिपोर्टर

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