कोरोना काल में भी नहीं थम रहा भ्रष्टाचार, अब हैंड सैनिटाइजर मशीन की खरीद पर भी उठे सवाल

अयोध्या ।। कोरोना संक्रमण के चलते आपदा में अवसर की तलाश कोविड किट खरीद तक ही सीमित नहीं रही। उससे भी दो कदम आगे बड़ी ग्राम पंचायतों ने हैंड सैनिटाइजर मशीन नियत दाम से दो गुना अधिक कीमत पर चार महीने पहले खरीदी है। कोरोना से बचाव के वास्ते ग्राम पंचायतों को सैनिटाइज करने में इनके इस्तेमाल की जानकारी दी जा रही है। आरोप अधिकतम फुटकर कीमत (एमआरपी) से दो गुना दाम पर खरीदने का है। आनलाइन समाचार अयोध्या को हैंड सैनिटाइजर मशीन की फोटो व आपूर्ति करने वाली फर्म का भुगतान के लिए दिया गया ग्राम पंचायतों का बिल उपलब्ध कराया गया है।

कोविड किट की तरह एडीओ पंचायत के स्तर से बनाए जा रहे भुगतान के दबाव के बाद गुमनामी की शर्त पर यह जानकारी दी गयी है। कोविड किट खरीद के सुर्खियों में आने के बाद ब्लॉक से लेकर जिले तक के अधिकारी ग्राम पंचायत से जुड़ा मामला बता पल्ला झाड़ते हैं। एमआरपी से अधिक कीमत होने की वजह से कुछ ग्राम प्रधान व पंचायत सचिवों ने भुगतान से इंकार कर दिया है। बाजार दाम से अधिक पर कोविड किट की खरीद होने के बाद इसकी खरीद को ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव जोखिम भरा मानने लगे हैं। जिले में 11 ब्लॉक हैं। किसी में दो तो किसी में उससे अधिक खरीदने की कानाफूसी तेज है। आपूर्ति करने वाली फर्म लखनऊ की बताई गई है। भुगतान के लिए उपलब्ध कराए गए बिल में कीमत 40 हजार 178 रुपये 57 पैसा है। सीजीएसटी व एसजीएसटी आदि टैक्स जोड़ने के बाद ग्राम पंचायतों को 45 हजार रुपये का भुगतान करना है। चर्चा है कि ये हैंड सैनिटाइजर मशीनें चाइनीज हैं। मशीन के चाइनीज होने के प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं। जिले में 28 सौ की जगह चार हजार 240 रुपये में कोविड किट की ग्राम पंचायतों की खरीद शासन से गठित एसआइटी की जांच के दायरे में है।

रिपोर्टर

संबंधित पोस्ट