
चुनाव मनोरंजन का साधन नही बल्कि स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना का अवसर प्रदान करता है-सेवानिवृत डीजीपी वीके सिंह
- Lalu Yadav, Reporter Jharkhand/Bihar
- Jan 21, 2021
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नुआंव, कैमूर से प्राची सिंह की रिपोर्ट
नुआंव, कैमूर ।। सत्याग्रह यात्रा पर निकले सामाजिक चेतना अभियान के प्रेणास्रोत तेलंगाना के सेवानिवृत डीजीपी वीके सिंह गुरुवार को प्रखंड के कई गांवों में चौपाल लगा लोगो को सामाजिक सारोकार की पाठ पढ़ाई।तथा सामाजिक, राजनीतिक,आर्थिक कुरीतियों को दूर करने के लिए लोगो से सुझाव मांगा।एक वर्ष पूर्व बीआरएस लेने वाले एक्स डीजीपी वीके सिंह ने कहा देश मे बिहार शिक्षा,स्वास्थ्य जैसे अनेक सरोकार वाले मामले में जहाँ सबसे निचले पायदान पर है।वही बेरोजगारी के मामले में अन्य प्रदेश में काम करने वाले मजदूरों का कारखाना बन गया है।इसके लिए जिम्मेवार सिर्फ जाति, धर्म,सम्प्रदाय और नेता के नाम पर वोट करना है।क्योंकि चुनाव के बाद आपके बीच सिर्फ हारने व जितने वाले उमीदवार ही रह जाते है।इसलिए जिस दिन बिहार में चुनाब लङने वाले उमीदवारों के योग्यता पर वोट पड़ने लगेंगे।सारी समस्या अपने आप दूर हो जाएगी।उन्होंने कहा कि मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी का न समर्थक हु न विरोधी सिर्फ बिहार के विकास का हितैषी हूं।15 वर्ष सामाजिक न्याय और उतना ही समय से सुशासन की सरकार स्थापित है।लेकिन बिहार की पिछड़ेपन के लिए किसी दल विशेष को कोसने वाले दोनों बिहारी नेता व उनकी पार्टियां 30 वर्ष गुजरने के बाद भी स्थिति में कोई विशेष बदलाव नही ला सकी है।उन्होंने कहा कि मैं शाहाबाद की मिट्टी में जन्म लेने वाला बिहारी होने के कारण जब अन्य प्रदेशों में बिहार की पहचान बेरोजगारी,भुखमरी,गरीबी और अपराध की बीजारोपण के लिए होती है तो मेरा शीश शर्म से झुक जाती है।इसलिए एक वर्ष पहले ही सेवा को त्याग बिहार की विकास व यहां के लोगो के उथान करने के प्रयास में लग गया हूं।तथा इसको धारदार बनाने हेतु मैं ने सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा था कि आप मुझे 15 माह के लिए मुझे अपना सलाहकार बना लीजिए इसके बाद जो काम आप 15 वर्ष में नही कर पाए हम 15 माह में कर दिखाएंगे।लेकिन सलाहकार बनाना तो दूर सीएम ने मुझसे मिलना भी मुनासिब नही समझा।उन्होंने सामाजिक चेतना अभियान का मूल उद्देश्य गावो में पंचम मार्ग की सरकार की स्थापना बताते हुवे कहा कि गांव के विवाद का निपटारा गांव में ही हो, सड़क गली-नाली गांव के आर्थिक साहयोग व श्रमदान से हो,निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था कुटीर उधोग कल कारखाना आदि की स्थापना हो क्योंकि भारत गांवों का देश है।इसलिए गांवो को आत्म निर्भर बनाना जरूरी है।चौपाल में वीके सिंह ने लोगो से सुझाव भी मांगे की बिहार के गांवों को आत्म निर्भर बनाने के लिए कौन से उपाय किया जाय।कार्यक्रम का संचालन संयुक्त रूप से प्रोफेसर नीतू पाठक एवं अनन्त चौधरी ने किया।एक्स डीजीपी को कमलाकर चौबे ने अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया।मोके पर पूर्व प्रमुख अभय कुमार सिंह,पैक्स अध्यक्ष नीरज चौबे,मुखिया प्रतिनिधि द्वारिका प्रसाद सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।माँ चंडी स्थान गर्रा पर आयोजित कार्यक्रम में शरीक होने से पहले एक्स डीजीपी ने माता रानी का दर्शन पूजन कर बिहार को विकसित बनाने का आशीर्वाद मंगा।अंतिम चौपाल नुआंव बाजार के पूरब मेला परिसर में लगा।
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