भिवंडी मनपा के उद्यान अधीक्षक व पर्यावरण विभाग प्रमुख एक बार फिर निलंबित।

केन्द्र की अमृत योजना में किया था घोटाला !

भिवंडी।। भिवंडी मनपा के उद्यान अधीक्षक एवं प्रदूषण नियंत्रण व पर्यावरण विभाग प्रभारी नीलेश संखे को उपायुक्त मुख्यालय डॉ. दीपक सावंत ने भ्रष्टाचार के आरोप में एक बार फिर निलंबित कर दिया है.नीलेश संखे पर इस बार आरोप है कि केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत उद्यान विभाग द्वारा ग्रीन वेल्ट वनीकरण प्रकल्प में बड़े पैमाने पर मनमानी एवं गड़बड़ी किया है.हालांकि इससे पहले नीलेश संखे दो बार भष्ट्राचार के आरोप में निलंबित किए जा चुके है।

इसके पूर्व दो बार हो चुके है निलंबित :
भिवंडी मनपा के 27 गार्डनों की बदहाली के लिए नीलेश संखे को जिम्मेदार मानते हुए तत्कालीन मनपा आयुक्त डॉ.योगेश म्हसे ने निलंबित कर दिया था.इससे पहले निजामपुरा स्थित मनपा के बुबेर हाल के पास उद्यान अधीक्षक द्वारा अदृश्य लॉन बना दिया गया था. फोटो सेशन के माध्यम से सिर्फ कागजों में पौधारोपण करके अदृश्य लॉन बनाए जाने के कारण तत्कालीन आयुक्त अच्युत होंगे ने उन्हें निलंबित कर दिया था.उद्यान अधीक्षक पर प्रभाग समिति क्रमांक चार धोबीतालाब स्टेडियम में पुराने शौचालय पर रंगरोगन करके नया बनाने का भी आरोप है।

म्हाडा कालोनी के खुले मैदान में अदृश्य पौधे का रोपड़ :
अमृत योजना के अंर्तगत भिवंडी मनपा के कई क्षेत्रों में बरसात के दौरान पौधे का रोपड़ किया जाता है.किन्तु प्रत्येक साल पर्यावरण विभाग द्वारा लगाऐ गये पौधे अदृश्य हो जाते है.जिसमें सरकारी यत्रणा द्वारा दिये गये पैसे में भारी भष्ट्राचार किया जाता रहा गया है। 
         
केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत उद्यान विभाग द्वारा शहर के तीन इलाकों में पौधारोपण किया जाना था. मनपा द्वारा एक निजी ठेकेदार को पौधारोपण के लिए ठेका भी दे दिया गया था. ठेकेदार द्वारा इस साल भी पौधारोपण में भारी लापरवाही किया गया.प्रत्यक्ष रूप से पौधारोपण का काम पूरा न होने के बाद भी ठेकेदार द्वारा मनपा से अपना बिल निकाल लिया.मनपा के पूर्व विरोधी पक्ष नेता व नगरसेवक यशवंत टावरे ने जिसकी शिकायत मनपा आयुक्त से करते हुए पौधारोपण कार्यक्रम में उद्यान विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद मनपा आयुक्त ने उद्यान विभाग द्वारा किए गए पौधारोपण की जब प्रत्यक्ष जांच कराया गया तो 25 प्रतिशत पौधे भी जगह पर नहीं मिले. म्हाड़ा कालोनी के पास का मैदान पूरी तरह से खाली मिला।
        
नीलेश संखे ने बताया कि ठेकेदार द्वारा पौधारोपण किया गया था, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ठेकेदार उसकी देखरेख नहीं कर सका। जिसके लिए उसे तीन बार नोटिस भी दिया गया है इसके बाद लगभग 15 दिन मनपा द्वारा नीलेश पंखे को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया था.नीलेश संखे द्वारा असमाधानकारक उत्तर देने के कारण मनपा आयुक्त ने जांच के बाद उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश उपायुक्त मुख्यालय को दिया था, जिसके बाद उपायुक्त मुख्यालय ने उन्हें निलंबित कर दिया है। एक वर्ष तक पौधों की देखरेख की जवाबदारी ठेकेदार की होती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण ठेकेदार पौधों की उचित देखभाल नहीं कर सका था, जिसके कारण काफी पौधे सूख गए थे.जांच के दौरान 30 प्रतिशत पौधे जीवित पाए गए थे.बिल भेजने के बाद ठेकेदार द्वारा लापरवाही पाए जाने पर बिल रोकने के लिए एकाउंट विभाग को सूचित किया गया था. इसके बाद भी एकाउंट विभाग में ठेकेदार के बिल का भुगतान कर दिया था.पौधों की देखरेख करने में लापरवाही करने के कारण ठेकेदार को तीन बार नोटिस भी दिया गया था. ठेकेदार पौधों को दुबारा लगाने का आश्वासन भी दिया है।

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