मुंंबई मे आने वाले यात्रियों को अब रैपिड एंटीजन टेस्ट से गुजर ना होगा। अर्थात RT- PCR टेस्ट नहीं होगा।

मुंबई।। पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से मुम्बई आने वाले यात्रियों पर बीएमसी ने कडी़ नजर रखनी शुरू कर दी है। इसके लिए बीएमसी ने मुम्बई के अलग-अलग स्टेशनों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट के स्टाल लगाए हैं, जिसके जरिये इन दोनों राज्यों से आने वाले यात्रियों की टेस्टिंग की जा रही है। इस टेस्ट में जिन यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उन्हें क्वारंटीन सेंटर भेजा जा रहा है। इसके अलावा जिन लोगों के टेस्ट नेगेटिव आ रहे हैं, उन्हें होम क्वारंटीन किया जा रहा है।बीएमसी ने मुम्बई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस के हर प्लेटफार्म के गेट पर रैपिड एंटीजन टेस्ट स्टॉल लगाकर पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से मुम्बई आने वाले लोगों की कोविड टेस्टिंग कर रही है।

बीएमसी ने इस स्टेशन पर स्टॉल इसलिए लगाया है, क्योंकि दोनों राज्यों से ज्यादातर ट्रेनें यहीं आती हैं। इस दौरान जिनके पास नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट हैं, उन्हें 15 दिनों का होम क्वारंटीन होने को कहकर छोड़ा जा रहा है, लेकिन जिनके पास नही है उनका स्पॉट पर ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट किया जा रहा है। बीएमसी के डॉ. ऋषिकांत वाजपेयी ने बताया कि हम हर दिन लगभग 1800 लोगों की चेकिंग कर रहे हैं और उसमें से 3-4 फीसदी लोग पॉजिटिव आते हैं। चुनावों में वोट डालने भारी संख्या में लोग गए थे बंगाल। लोकमान्य तिलक टर्मिनस के अलावा सीएसएमटी, बोरीवली, बांद्रा सहित कई अन्य स्टेशनों पर इस तरह की टेस्टिंग बीएमसी द्वारा की जा रही है। दरसअल, महाराष्ट्र सरकार ने दो दिनों पहले ही इन दोनों राज्यों को कोरोना ओरिजिन जोन मानते हुए यहां से मुम्बई आने वाले सभी यात्रियों के लिए RT-PCR रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया था।

दरअसल बंगाल के विधानसभा चुनाव और यूपी के ग्राम पंचायत चुनावों में इकट्ठा हुई जबरदस्त भीड़ से यहां कोरोना तेजी से पैर पसारने लगा है और हालात खराब होने लगे हैं। इन चुनावों में मुम्बई से बड़ी संख्या में वोट डालने के लिए लोग गए थे। ऐसे में उनकी वापसी के बाद मुम्बई में कोरोना न फैले, इसके लिए राज्य सरकार ने कड़ा आदेश जारी किया है।

रिपोर्टर

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