सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा ने शिवसेना के पद व सदस्यता से दिया त्यागपत्र

भिवंडी।‌ ठाणे जिला के ग्रामीण क्षेत्र के राजकारण में दबदबा रखने वाल व वर्चस्व कायम रखने वाले शिवसेना के पूर्व जिला संपर्क प्रमुख तथा ठाणे जिला परिषद के आरोग्य व बांधकाम समिति के पूर्व सभापति सुरेश म्हात्रे ( बाल्या मामा ) ने अंदरूनी गटबाजी से तंग आकर शिवसेना पक्ष की सदस्यता सहित अपने ठाणे जि.प.सदस्यता पद से भी त्यागपत्र शिवसेना जिला प्रमुख प्रकाश पाटिल के समक्ष शनिवार को सौंप दिया है.इनके द्वारा त्यागपत्र दिए जाने से ठाणे जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में शिवसेना को बडा झटका लगा है।

उल्लेखनीय है कि  2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा के विरुद्ध शिवसेना पक्ष के वरिष्ठ पदाधिकारियो द्वारा कार्रवाई की गई थी.उसके बाद लगभग दो वर्ष बीत जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई जवाबदारी इन्हें नहीं दी गई.शिवसेना की दुर्लक्षित नीति के कारण बाल्या मामा के समर्थकों में प्रचंड नाराजगी व्याप्त है। अंतत पक्ष के अंर्तगत गटबाजी एवं अपने व्यक्तिगत कारण वश सुरेश म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा ने शिवसेना के सदस्य पद और  जिला परिषद की सदस्यत से भी त्यागपत्र दे दिया है।               
   
विशेष रूप से कुछ दिन पूर्व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का बाल्या मामा के घर आगमन हुआ था.उसी समय से बाल्या मामा अपना सैकडों समर्थकों सहित कांग्रेस में प्रवेश करेंगे इस प्रकार की चर्चा राजनीतिक गलियारों में शुरू थी. वही अब एक बार फिर इनके त्याग पत्र तथा कांग्रेस का दामन थामने की चर्चा जोरो से शुरू है.इसी प्रकार आगामी 2024 में  होने वाले लोकसभा चुनाव में चुनाव लडने के लिए ही बाल्या मामा ने त्यागपत्र दिया है जो चर्चा का विषय बना हुआ है.परंतु बाल्या मामा के त्यागपत्र से शिवसेना को ठाणे जिला  ग्रामीण क्षेत्र में बडा झटका लगा है इस प्रकार का मत राजकीय जानकारों द्वारा व्यक्त किया जा रहा है ।

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