भिवंडी में सात वर्ष पहले बनी अवैध इमारत की छत का गिरा पलस्तर, तीन बच्चें जख्मी

भिवंडी।। भिवंडी शहर महानगर पालिका के प्रभाग समिति क्रमांक 02 अंर्तगत स्थित फंडोलो नगर में एक अवैध इमारत के छत का पलस्तर गिरने से कमरे में सो रहे तीन बच्चें गंभीर रूप से जख्मी होने की घटना घटित हुई है. इस हादसे में घायल आलिया मोहम्मद आलम (10),माही मोहम्मद आलम (06) व निखत मोहम्मद आलम (05) वर्ष  का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है.स्थानिकों ने बताया कि इस इमारत का निर्माणकार्य लगभग सात वर्ष पूर्व किया गया है.जो घटिया सामग्री के इस्तेमाल से बनाई गयी है।

स्थानिकों की माने तो इसी तरह इस प्रभाग क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से ज्यादा अवैध इमारतों का निर्माण कार्य जारी है.ऐसे निर्माणाधीन अवैध इमारतों के बिल्डर से मनपा अधिकारी तथा स्थानीय जनप्रतिनियों द्वारा अपना अपना टक्के वारी हिस्सा लेकर खामोश बैठे हुए है.वही पर बिल्डर तथा भूमाफिया टक्केवारी हिस्सा देकर इमारतों में घटिया सामग्री इस्तेमाल कर सस्ते भाव में मकान व दुकानें बेचने का गोरखधंधा कर रहा है.यही नहीं बनाई गयी अवैध इमारत में मकान व दुकान बिक्री नहीं होने पर एक ही मकान व दुकान को दो से तीन लोगों को भी बेचकर उस मकान अथवा दुकान का पूरा दाम भी बिल्डर वसूल लेता है।

बतादे कि फंडोलो नगर में  बिल्डर‌ आशिफ जवई ने जमीन मालिक से 40×60 की हिस्सेदारी कर उक्त जगह पर तल अधिक चार मंजिला अवैध इमारत सात वर्ष पूर्व बनाया था. प्रभाग समिति क्रमांक 02 के बीट निरीक्षक दिलीप माली ने बताया कि वर्ष 2012-2013 में इस इमारत के खिलाफ तत्कालीन सहायक आयुक्त ने जमीन मालिक पर एम आरटीपी के कलम 52 प्रमाणे शांतिनगर पुलिस थाना में फौजदारी के तहत मामला भी दर्ज करवाया था.किन्तु आश्चर्य की बात है कि इमारत बनाने वाले बिल्डर आशिफ जवई  के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करवाया गया था।
 
भिवंडी मनपा परिक्षेत्र सीमा अंर्तगत गत वर्ष कामतघर गांव के पटेल कंपाउंड स्थित जिलानी बिल्डिंग भोर में धराशायी हो गयी थी जिसके मलबे से 39 लोगों का शव निकाला गया था.इसके साथ ही इमारत गिरने से 25 लोग घायल हुए थे.इतना बड़ा हादसा होने के बाद मनपा प्रशासन कुंभकर्णी नींद से जागते हुए भिवंडी महानगर पालिका परिसीमा अंर्तगत स्थित 30 साल पुरानी सभी इमारत को स्ट्रक्चरल आर्डिट करवाने के लिए मकान मालिक को नोटिस जारी किया है ऐसे कुल इमारतों की संख्या 1243 है.बड़े पैमाने पर जर्जर इमारतों की तलाश कर उनके बिजली व पानी कनेक्शन खंडित किये जा रहे है.इसमें अधिकारियों द्वारा भारी भष्ट्राचार करने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि बिल्डरो तथा भूमाफियों से इनका चोर चोर मौसेरे भाई का रिश्ता भी पुराना है। इसके विपरीत शहर के पांच प्रभाग समितियों में लगभग 150 अवैध इमारतें निर्माणाधीन अवस्था में है किन्तु आश्चर्य की बात यह कि बन रही अवैध इमारतों पर कोव्हिड काल तथा जर्जर इमारतों पर कार्रवाई का बहाना कर अधिकारी अवैध इमारतों पर कार्रवाई करने से आना कानी कर रहे है। क्या नवनियुक्त आयुक्त सुधाकर देशमुख ऐसे अवैध इमारतों पर अंकुश लगाने तथा अधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए कोई रणनीति तैयार करेंगे या फिर दुसरा उल्लासनगर शहर बसाने में अहम भूमिका निभाऐगें इस पर स्थानीय जागरूक नागरिकों ने निगाहे बनाकर रखा हुआ है।

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