एनसीबी के हाथों गिरफ्तार मुखिया के गिरफ्तारी की चर्चा जोरों पर

नुआंव, कैमुर से प्राची सिंह की रिपोर्ट


नुआंव, कैमुर ।। पटना में एनसीबी के हाथों गिरफ्तार नुआंव प्रखण्ड के अकोल्ही पंचायत के मुखिया मनोज कुमार गुप्ता के गिरफ्तारी की चर्चा प्रखण्ड क्षेत्र में जोरों पर है। शोशल मिडिया में वायरल इस खबर ने प्रखण्ड की राजनीति को हवा दे दी है। लोग अपनी अपनी चर्चा अपने अपने ढंग से कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मनोज की राजनितिक जीवन पर इसका असर पड़ना तय है। आसमान चढ़ी राजनीति जमीन पर आ गई। एनसीबी की जाँच में उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं, नए नए खुलासे हो सकते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उनके विरोधी उनकी गिरफ्तारी को लेकर तरह तरह की हवा उड़ा रहे हैं। प्रखण्ड के जैतपुरा गांव में एक गरीब परिवार के घर जन्मे मनोज गुप्ता कोस प्रकार संघर्ष कर अकूत धन संपत्ति के मालिक बने, इस पर लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं। किसी का कहना है कि यह धन संपत्ति एनसीबी द्वारा दबोचे गए धंधे की आड़ में किया गया है तो किसी का कहना है कि अपने लंबे चौड़े व्यवसाय के दम पर उन्होंने यह धन- पद- प्रतिष्ठा हासिल की है। 2015 के चुनाव में उन्होंने अपने राजनितिक जीवन की शुरुआत की, पंचायत के मुखिया प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और चुनाव जीते। इसके बाद उनकी राजनैतिक महत्वाकांक्षा बढ़ने लगी, और 2021 के होनेवाले इस चुनाव में मुखिया और बीडीसी दोनों के प्रत्याशी थे। अब चुनाव पूर्व उनकी महत्वकांक्षा अधूरी होती दिखती है। हालाँकि उनके गिरफ्तारी की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। लेकिन पटना के एक अख़बार में छपी उनके गिरफ्तारी की वायरल खबर लोगों में चर्चा का विषय बना है।

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