महापरिनिर्वाण दिवस पर डाॅ.बाबा साहेब आंबेडकर को दी गयी श्रद्धांजलि

भिवंडी।।भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार डाॅ.बाबा साहेब आंबेडकर की 65 वीं पुण्यतिथि के मौके पर भिवंडी मनपा के सभागृह नेता विकास निकम तथा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने डाॅ.बाबा साहेब आंबेडकर के प्रतिमा और मनपा मुख्यालय के प्रागंढ में स्थित पूर्णाकृति प्रतिमा पर पुष्पहार अर्पित कर श्रद्धांजलि दी‌। सभागृह नेता निकम ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में डॉ.बाबासाहेब का महत्वपूर्ण योगदान रहा है और उनके द्वारा रचित देश के संविधान में सभी को समान अधिकारी दिये है। मनपा आयुक्त सुधाकर देशमुख ने कहा कि डॉ.बाबासाहेब के कारण सभी भारतीयों को संविधान मिला। इसलिए देश का सारा प्रशासन सुचारू रूप से चल रहा है। संविधान ने सभी सरकारी कार्यालयों और नागरिकों को संवैधानिक अधिकार दिये। इस अवसर पर मुख्य अभियंता लक्ष्मण गायकवाड़, आंतरिक लेखा परीक्षक श्रीकांत अनारसे, मुख्य लेखा एवं वित्त अधिकारी किरण तायडे, निर्माण लेखा परीक्षक काशीनाथ तायडे, जनसंपर्क अधिकारी मिलिंद पलसुले सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सुबह ही पुराने मनपा गेट के सामने स्थापित बाबा साहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मंडई के डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर पुस्तकालय के पास स्थित प्रतिमा पर प्रभाग समिति क्रमांक 05 के प्रभारी सहायक आयुक्त गिरीष घोष्टेकर ने पुष्पहार अर्पित किया। अंजूर फाटा के पास स्थित बाबा साहेब के प्रतिमा पर प्रभाग समिति क्रमांक 04 के कार्यालय अधीक्षक संजय पुण्यार्थी ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार डाॅ.बाबा साहेब आंबेडकर की आज 65 वीं पुण्यतिथि है। उनका निधन सन 1956 में 06 दिसंबर के दिन हुआ था। वो भारती बहुज्ञ. विधिवेता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक के रूप में माने जाते थे। बाबा साहेब ने दलित बौद्ध आन्दोलन को प्रेरित किया था। साथ ही अछूतों से सामाजिक भेदभाव के विरोध में बड़े अभियान की शुरूआत की थी। श्रमिकों से लेकर किसान और महिलाओं के अधिकार के वो लड़े भी थे। और उनका जमकर समर्थन भी किया था। बाबा साहेब ने अपना पूरा जीवन जातिवाद को खत्म करने, गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए  अर्पित किया था। इसलिए आज 06 दिसंबर के दिन बाबा साहेब की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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