आर्थिक उत्पन्न के लेखाजोखा में टैक्स विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी कर रहे है हेराफेरी ?

भिवंडी। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका के टैक्स विभाग में फैले रिश्वतखोरी के कारण प्रत्येक वर्ष पालिका का करोड़ों रुपये राजस्व का नुकसान होने की सनसनीखेज खुलासा हुआ है। शिकायतकर्ता आसिफ मंजूर शेख की माने तो इस विभाग में कार्यरत कर्मचारी व अधिकारी मोठी रिश्वत लेकर पहले संपत्तियों का टैक्स लगाते है। जब संपत्तियों का टैक्स लाखों रुपये बकाया हो जाता है तो उन संपत्तियों को टैक्स व मकान नंबर दोनों कंप्यूटर से उड़ा दी जाती है। इस खेल में लाखों रुपये का भष्ट्राचार होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। वही पर इस भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए अधिकारी बकाया संपत्तियों का नया नंबर जारी कर देते है। जिसके कारण पालिका प्रशासन के राजस्व में बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है। इस भष्ट्राचार में कर मूल्यांकन व कर निर्धारण विभाग में बैठे भष्ट्र अधिकारियों सहित प्रभाग समितियों के वसूली अधिकारियों तक शामिल रहते है।           
     
शिकायतकर्ता आसिफ शेख ने मनपा आयुक्त को निवेदन पत्र देकर अवगत करवाया है कि उन्होंने वर्ष 2014 में नागांव -2 के सर्वे नं. 77/5, हिस्सा नं 4,5,6 पर तल अधिक सात मंजिल का इमारत बनाया था। इमारत बनने के बाद टैक्स लगवाने के लिए पालिका के अधिकारी व कर्मचारी ने लगभग 14 लाख रुपये लिया था। भारी भरकम रुपये खर्च कर पिछले 2007-2008 से इमारत का टैक्स लगा था। जिसके बाद पालिका ने इस इमारत को वर्षिक 1लाख 45 हजार 75 टैक्स वसूल रही थी।जिसका भुगतान भी किया जा रहा था। किन्तु टैक्स विभाग में बैठे भष्ट्र अधिकारी व कर्मचारियों ने वर्ष 2021 में लाखों रुपये बकाया टैक्स को कंप्यूटर से उड़ा दी और इसी इमारत को नया नंबर जारी कर फिर से टैक्स लगा दिया गया। बकाया टैक्स को छुपाने के लिए टैक्स विभाग में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों ने नया नंबर जारी करते हुए इमारत के फ्लैटों के क्षेत्रफल व मोजमाप में भी हेराफेरी कर सिंगल दर से टैक्स लगा दिया जो कि अधिकांश फ्लैटों का क्षेत्र फल 900 से 1000 स्क्वायर फुट से ज्यादा था। पालिका के राजस्व में नुकसान पहुंचाने वाले अधिकारियों पर क्या आयुक्त सुधाकर देशमुख कार्रवाई करेंगे, जिस पर जागरूक नागरिकों ने निगाहें बना कर रखा है। 

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