भिवंडी प्रांत कार्यालय के सामने भष्ट्राचार के खिलाफ एक दिवसीय धरना आन्दोलन

भिवंडी।। भिवंडी प्रांत कार्यालय के सामने भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे  प्रणित भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास ठाणे जिला की तरफ से एक दिवसीय धरना आन्दोलन का आयोजन किया गया जिसमें आंदोलन कारियों द्वारा प्रांत कार्यालय में फैले भष्ट्राचार का निषेध किया।

आन्दोलन कारियों के निवेदन के अनुसार भिवंडी तालुका से मुंबई - वडोदरा, बुलेट ट्रेन समृद्धि हाईवे, विरार अलीबाग कॉरिडोर और अन्य परियोजनाओं के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहित की गई है। जिसके बदले में शासन द्वारा मुआवजा दिया जा रहा था। किन्तु प्रांत कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों ने किसानों के मुआवजे की रकम में टक्केवारी की मांग कर रहे है। गत वर्ष इसी कार्यालय में कार्यरत लिपिक सुनील कांबले को 14 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। किन्तु तत्कालीन प्रांत अधिकारी मोहन नलंदकर की चौकसी नहीं की गयी। इसके आलावा कुछ दिनों पूर्व इसी कार्यालय में कार्यरत नायब तहसीलदार विठ्ठल गोसावी को रिश्वत लेते हुए मुंबई की एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। इस भष्ट्राचार में वरिष्ठ अधिकारियों का भी समावेश होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। उनकी की जांच होनी चाहिए। कार्यालय में निजी व्यक्तियों द्वारा भष्ट्राचार व रिश्वतखोरी का खेल खेला जा रहा है। कई निजी व्यक्ति बिना वेतन के ही कार्यालय में काम कर रहे है। इसके आलावा दलाल और बिचौलिए भी काम कर रहे है। इन निजी कर्मचारियों और बिचौलियों के माध्यम से भ्रष्टाचार किया जाता है। ऐसे व्यक्तियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग हेतु निवेदन भिवंडी पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण को दिया है। इस अवसर पर संस्था के प्रमुख पदाधिकारी अमोल बबन भोइर, विष्णु माणिकराव करंडे, रिव शखरे, सतीश अर्जन, रोशन पाटिल, आस्मी अशोक दलवी आदि उपस्थित थे।

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