तीन डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने से मरीज की हुई मौत का मामला दर्ज

कल्याण ।। चिंचपाड़ा निवासी अभिजीत सोनावणे की 6 वर्षीया बेटी की मौत तीन डॉक्टरों की लापरवाही से हो गयी जिसके कारण इन डॉक्टरों पर मामला दर्ज कराने के लिए इन्हें न्यायालय की शरण लेना पड़ा अंततः न्यायालय के आदेश पर कोलसेवाड़ी पुलिस को तीन डॉक्टरों के खिलाफ लापरवाही से मौत, धोखाधड़ी समेत कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वर्ष 2018 के 6 अक्टूबर को अभिजीत की 6 वर्षीया बेटी को बुखार आने पर उसे साईं विनीत अस्पताल के डॉक्टर नितिन कोकरे के पास इलाज के लिए ले गए, अभिजीत नें डॉक्टर को कहा कि बच्ची की सभी तरह की जांच कर लें लेकिन डॉक्टर नें कहा कि "सामान्य बुखार है क्या करना है क्या नही मैं डॉक्टर हूँ मुझे मालूम है आप न बताएं। वायरल फीवर है बुखार काम ज्यादा हो सकता है आप चिंतित न हों।" इसके बाद उसी अस्पताल के डॉक्टर रोहन मड़गुल व नर्स मिलकर उस बच्ची का उपचार करते रहे लेकिन बच्ची की स्थिति नही सुधरी। बाद में डॉक्टर ने बताया कि उनकी बेटी को डेंगू हो गया है तथा अस्पताल में ऑक्सीजन व वेंटिलेटर की व्यवस्था न होने से इसे दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ेगा। इस पर अभिजीत द्वारा कहा गया कि जब सुविधाएं उपलब्ध नही है तो आप उपचार कैसे कर रहे हैं इस पर दोनों डॉक्टर घबरा गए तथा बेटी को रॉयल चिल्ड्रेन अस्पताल कल्याण पश्चिम में भेज दिया। रॉयल चिल्ड्रेन अस्पताल नें रात में बच्ची को मृत घोषित कर दिया तथा 40 हजार रुपए ख़र्च लेने के बाद बच्ची के मृत शरीर को सौंपा साथ ही उसका पोस्टमार्टम भी नही किया। अभिजीत का आरोप है कि साईं विनीत अस्पताल के डॉक्टर नितिन कोकरे, डॉ. रोहन मड़गुल तथा रॉयल चिल्ड्रेन अस्पताल के डॉक्टर नें इलाज में लापरवाही की तथा बड़ी फीस लेकर धोखाधड़ी भी की तथा इस मामले को लेकर कल्याण न्यायालय गए जहां से लंबी प्रतीक्षा के बाद अंततः डॉक्टरों पर मामला दर्ज कराने के लिए कोलसेवाड़ी पुलिस को न्यायालय द्वारा आदेशित किया गया और मामला दर्ज हुआ। इस प्रकरण की विस्तृत जांच सहायक पुलिस निरीक्षक डोके द्वारा की जा रही है।

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