2 वर्ष का ठेका 5 साल बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ पूरा 159 किलोमीटर भूमिगत गटर में मात्र 125 किमी काम हुआ पूरा

भिवंडी।। भिवंडी मनपा क्षेत्र अंर्तगत लगभग पांच साल पहले भूमिगत गटर का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। किन्तु शुरू में ही ठेकेदार द्वारा मंदगति से काम करने के कारण यह योजना का काम अधर में लटक हुआ है। जिसके कारण पांच साल बीत जाने के बाद भी लगभग 30 प्रतिशत निमार्ण कार्य अभी अधूरा पड़ा है। ठेकेदार पर ठोस कार्रवाई नही होने के कारण नागरिकों में पालिका के कार्यप्रणाली को लेकर भारी नाराज़ी व्याप्त है। जिसके फलस्वरूप नागरिकों ने ठेकेदार का बकाया पेमेंट रोककर कार्रवाई की मांग मनपा प्रशासन से की है। ज्ञात हो कि भिवंडी शहर के सर्वांगीण विकास हेतु राज्य सरकार ने 428 करोड़ रुपये की निधि भूमिगत गटर योजना निर्माण के लिए वर्ष 2016 में मंजूरी दी थी। जिसका ठेका उल्हासनगर की ईगल इंफ्रासट्रक्कर को दिया गया था। 159 किलोमीटर भूमिगत निर्माण योजना में करीब 125 किलोमीटर का कार्य पांच वर्षो में पूरा किया जा चुका है। किन्तु बकाया 34 किलोमीटर काम ठेकेदार द्वारा कब पूरा किया जायेगा यह कहना मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं ठेकेदार ने जहाँ भूमिगत गटर का काम पूरा किया है। वहां पर सड़कों का निर्माण अथवा मरम्मत नहीं करने के कारण ज्यादातर सड़कें बद से बदतर हालत में है। खुदाई की गयी सड़कें सही से भरनी अथवा मरम्मत नहीं करने से सड़कें उबड़ खाबड़ अवस्था में है। 428 करोड़ रूपये की भूमिगत गटर योजना की लागत में राज्य शासन ने 70 व मनपा द्वारा 30 प्रतिशत राशि की मंजूरी दी थी। भिवंडी पालिका ने काम पूरा के पहले ही ठेकेदार को अपने हिस्से की 30 प्रतिशत राशि अदा कर चुकी है। जबकि भूमिगत गटर योजना का काम अभी भी लगभग 30 प्रतिशत अधूरा पड़ा है।जागरूक नागरिकों का कहना है कि भूमिगत गटर योजना का समुचित देखभाल के लिए शासन ने एमजीपी इंजिनियर की नियुक्ति किऐ जाने के बाद समुचित तरीके से निर्माण कार्य को लेकर भी काई बार प्रश्न चिन्ह और भष्ट्र कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठते रहे है। यही नहीं पालिका प्रशासन मानसरोवर और भादवड में अभी तक एसटीपी प्लांट निर्माण के लिए भूमि मुहैया कराने में असफल रही है। इधर मनपा के प्रभारी शहर अभियंता एलपी गायकवाड़ का कहना है कि करीब 2 वर्ष कोरोना संकटकाल होने की वजह से निर्माण कार्य में बिलंब हुआ है। भूमिगत गटर निर्माण योजना में आने वाली तमाम बाधाओं को मनपा प्रशासन दूर करने में जूटा है और एसटीपी प्लांट का काम शुरू है।

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