
सिटी पार्क की आरक्षित जमीन को डंपिंग ग्राउंड में बदलने से स्थानिकों में विरोध
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Apr 26, 2022
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भिवंडी।। आगामी होने वाले भिवंडी पालिका के महासभा में शहर के मंजूर विकास नक्शे में आरक्षित जमीन चंविद्रा के आरक्षण क्र.115 (सिटी पार्क) की जमीन में से लगभग 2.5 हेक्टर जमीन का फेरबदल कर घन कचरा व्यवस्थापन व प्रक्रिया केन्द्र आरक्षण केद्र क्रं 115 ( क) करने के लिए प्रस्तावित किया गया है। इस फेरबदल का विरोध करते हुए भिवंडी कांग्रेस पार्टी के ओबीसी सेल अध्यक्ष अनंता पाटिल के नेतृत्व में सैकड़ों स्थानिकों ने हस्ताक्षर युक्त निवेदन पत्र पालिका के आयुक्त सुधाकर देशमुख को दिया है।
बतादें कि भिवंडी शहर के मंजूर विकास योजना में चंविद्रा गांव स्थित आरक्षण क्रं. 115, सर्वे नंबर 07 पैकी, 106 पैकी में कुल 6.10 हेक्टर जमीन को सिटी पार्क के लिए आरक्षित किया गया था। लगभग पिछले 20 वर्षों से पालिका प्रशासन ने इस जमीन पर सिटी पार्क बनाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जिसके कारण इस जमीन पर अनेक अतिक्रमण हुए और अब यह जमीन केवल 5.75 हेक्टर में सिमट कर रह गयी है। पालिका क्षेत्र से निकलने वाला डेली कचरा का विनिष्ठीकरण व इकठ्ठा करने के लिए जगह उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण जगह उपलब्ध होने से इस जगह पर कचरा डालने की शुरुआत पालिका प्रशासन ने की। जिसके कारण कचरे का पहाड होने से इसका दुर्गंध अब स्थानिकों के बस्तियों तक पहुँचने लगी है। वही पर आऐ दिन इस कचरे के डेर में आग लगती है। वर्ष 2011 इस डंपिंग को हटाने की मांग स्थानिकों द्वारा की जा रही है। किन्तु भष्ट्र पालिका प्रशासन ने स्वच्छ भारत अभियान अंर्तगत इस जगह पर कचरे का विनिष्ठीकरण उपक्रम दिखाकर शाबासी व पुरस्कार प्राप्त करने का आरोप अनंता पाटिल ने लगाया है। इसके आलावा उन्होंने अपने निवेदन में आरोप भी लगाया है कि चाविंद्रा, पोगांव, रामनगर, रावजीनगर और नागांव में भारी रहिवासी बस्ती है। इन बस्तियों पर पालिका प्रशासन ने सदैव दुर्लक्ष किया है। इसके आलावा शासन स्तर पर कचरा डालने के लिए ड्रंपिग ग्राउंड उपलब्ध करवाया जा रहा था किन्तु जानबूझकर सिटी पार्क के लिए आरक्षित जगह इस स्थान पर आरक्षण को बदलने का निर्णय महासभा की बैठक में लिया गया। इस बदलाव का विरोध नागरिकों ने किया है।
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