ब्रजेश पाठक मौन के काव्य संग्रह "अनुबंध प्यार के " का लोकार्पण ।

मुंबई । वरिष्ठ गीतकार , लेखक , साहित्यकार , संगीतकार बुंदेलखंड रत्न ब्रजेश पाठक मौन के काव्य संग्रह अनुबंध प्यार के का लोकार्पण सुप्रसिद्ध कवियित्री माया गोविन्द ने किया । इस अवसर पर कवि राम गोविन्द , फिल्म निर्देशक राजकुमार बड़जात्या , आशीर्वाद के निदेशक उमाकांत बाजपेयी एवं अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल , प्रवचनकार वीरेन्द्र याज्ञनिक , संयोग साहित्य के संपादक मुरलीधर पांडेय , निर्मला ब्रजेश पाठक , मौन फाउंडेशन के अध्यक्ष नीलेश पाठक , राजेश एवं प्रियांका पाठक, वरिष्ठ पत्रकार राकेश दुब े, राजेश विक्रांत , आफताब आलम , रवि यादव तथा बड़ी संख्या में हिन्दी साहित्य जगत के गणमान्य उपस्थित थे । ब्रजेश पाठक मौन की कविता , मुक्तक , गीत और गजल के इस संग्रह की कुछ रचनाओं का पाठ फिल्म एवं टीवी जगत के जाने माने कलाकार विष्णु शर्मा एवं प्रियंका पाठक ने किया । इस कार्यक्रम में ब्रजेश पाठक मौन पर दूरदर्शन द्वारा निर्मित आधे घंटे के वृत्त चित्र को देखकर माया गोविन्द ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में ऐसी बहुआयामी प्रतिभा नहीं देखी , जो साहित्य , कला , संगीत में निपुण हो। ऐसा व्यक्तित्व हिन्दी साहित्य , संगीत और कला के लिए गौरव है । उन्होंने ब्रजेश पाठक मौन की तुलना बिरजू महाराज से की , जो नृत्य के साथ वाद्य कला में भी प्रवीण थे। मौन की रचनाओं को पढ़कर माया गोविन्द ने कहा कि हिन्दी साहित्य जगत में उनकी रचनाएं मील का पत्थर साबित होंगी , उनका साहित्य हिन्दी में एक गौरवशाली परंपरा स्थापित करता है ।


हिन्दी साहित्य जगत में उनकी गणना शिखर के रचनाकारों में होगी । वे हिन्दी साहित्य के रत्न हैं। अन्य वक्ताओं ने मौन की रचनाधर्मिता की भूरि - भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हिन्दी जगत के सुधी पाठक उनकी रचनाओं से उनकी बहुआयामी प्रतिभा को समझ सकेंगे । मंच का संचालन कुमार जैन ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ कवि खन्ना मुजफ्फरपुरी के नेतृत्व में आयोजित काव्य संध्या में बनमाली चतुर्वेदी , अलका जैन , विजय अरुण , गुलशन मदान, सतीश शुक्ल रकीब, मार्कंडेय त्रिपाठी , रासबिहारी पांडेय , पुनीत चतुर्वेदी और सुबोध महाले ने अपनी रचनाएं पढ़ीं। मौन फाउंडेशन के अध्यक्ष नीलेश पाठक ने सभी कवियों एवं आए हुए मेहमानों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और लोगों का आभार व्यक्त किया। 

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