
26 सरकारी अनाज वितरण की दुकानें निलंबित, गरीबों के अनाज में भारी भष्ट्राचार
- महेंद्र कुमार (गुडडू), ब्यूरो चीफ भिवंडी
- Sep 07, 2022
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भिवंडी।। भिवंडी शहर तथा ग्रामीण परिसर में ग़रीबों के अनाज वितरण प्रणाली में भष्ट्राचार व अनियमितता के कारण ठाणे के राशनिक कंट्रोल अधिकारी ने भिवंडी के 26 सरकारी अनाज की दुकानें निलंबित करने का मामला प्रकाश में आया है। वही पर इस भष्ट्राचार में भिवंडी के राशनिक इंस्पेक्टरों की मिली भगत होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इसके लिए उच्च स्तरीय जांच करने की मांग ठाणे के राशनिक कंट्रोल अधिकारी से जागरूक नागरिकों ने की है।
बतादें कि सरकारी अनाज वितरण दुकान क्रमांक 37 फ 3,5,15,91,126, 139,152,167,180,233,235,174,63,238,243,225,86,4,187,97,22,131,98,182,143,184 दुकानें राशन वितरण में अनियमितता व कालाबाजरी के कारण ठाणे के राशनिक कंट्रोल अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। वही पर कार्ड धारको के सुविधा हेतु इनके राशन कार्ड आसपास की दुकानों में जोड़ा गया है। दुकानों पर अतिरिक्त बोझ आने से दुकानदार कार्ड धारकों को अनाज नहीं उपलब्ध होने का बहाना कर अनाज की कालाबाजरी करते है। सुत्रों की माने से दुकानों पर अनाज आने से पूर्व ही अनाज माफियां इसकी खरीददारी कर लेते है। केवल दुकानों में अनाज पहुंचाने की रशीद, ठप्पा के लिए आती रही है। इस भष्ट्राचार के कारण कार्ड धारकों को बाज़ारों से महंगे दामों पर गेहूँ, चावल इत्यादि खाद्य सामग्री खरीदनी पड़ती है। सरकारी अनाज की दुकान चला चुके लोगों की माने तो इस कार्यालय में कार्यरत अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रत्येक माह तय रकम देने पर उनके दुकानों पर किसी प्रकार की कार्रवाही नहीं होती है। भिवंडी में 190 सरकारी अनाज की दुकानें है अधिकारियों को प्रत्येक माह 1000- 1500 रूपये देना पड़ता है। इसमें कितनी सच्चाई है यह जांच करने का विषय है।
भिवंडी के उपविभागीय दंडाधिकारी कार्यालय से सामने स्थित राशन कार्यालय दलालों व पार्टियों के पदाधिकारियो का अड्डा बना चुका है। सुबह से शाम तक कार्यालय परिसर में ऐसे लोगों का जमावड़ा रहता है। यही नहीं राशन कार्यालय में कार्यरत 11 राशनिक इंस्पेक्टर भी शासनिक कार्यो हेतु निजी लोगों को नियुक्ति कर रखा है। ऐसे निजी लोगों से नये राशन कार्ड बनाने, कार्ड में नाम जोड़ने अथवा कम करने के नाम पर उनसे ही उगाही करवाई जाती है। प्रत्यक्ष दर्शियों के माने तो इस कार्यालय में 5-7 निजी लोग कंप्यूटर पर काम करते है। इस संबंध में भिवंडी के राशनिक अधिकारी रवि मल्याया गर्गे ने गोलमोल जबाब देते हुए बताया कि इंस्पेक्टर ही सरकारी काम करते है केवल कुछ निजी लोग उनकी मदद करते है। वही पर उनके वेतन के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि राशनिक इंस्पेक्टर ही उन्हें क्या देना है, वही लोग देखते है।
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