खसरा व रूबेला को लेकर पालिका मुख्यालय में टास्क फोर्स का गठन

भिवंडी।। भिवंडी निजामपुर शहर महानगर पालिका कार्यक्षेत्र में खसरा रूबेला मरीज़ों के 793 संदिग्ध मरीज़ मिले हैं। इसमें से 126 संदिग्ध मरीज़ों के रक्त नमूने जांच करने के लिए मुंबई, परेल के हाफकीन रिसर्च इंस्टीट्यूट भेजा गया है। जिसमें से 48 मरीज़ खसरा रूबेला से संक्रमित पाऐ गये हैं। संक्रमित मरीज़ों में 14 मरीज़ खसरा रूबेला का खुराक ली है। अन्य मरीज़ खसरा रूबेला का खुराक नहीं ली है। वही पर 3 मरीज़ों की मृत्यु हो गई है। संक्रमित मरीज़ों के परिसर में स्वास्थ्य कर्मी घरो घर जाकर सर्वेक्षण करते हुए संदिग्ध मरीज़ों को विटामिन ए का पहला खुराक व 24 घंटे बाद दूसरा खुराक दे रहे है। इसके आलावा शून्य माह से 5 वर्ष आयु वर्ग के लाभार्थियों को जो खसरा व रूबेला का खुराक नहीं ली है उन्हें खसरा रूबेला की खुराक दी जा रही है। इसके पूर्व ओसवाल स्कूल, नयी बस्ती, झोपड़पट्टियों में मस्जिद व मदरसा में मरीज़ों का टीकाकरण किया गया है। इसके साथ साथ स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न जगहों पर रैली निकाल कर व बैठक आयोजित कर महानगर पालिका द्वारा जनजागृति किया गया है। भिवंडी मनपा क्षेत्र अंर्तगत खसरा रूबेला सर्वेक्षण के लिए 240 टीम का गठन किया गया है। शहर में 28 नवंबर से अगले 5 दिन तक रईस हाई स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा जनजागृति करने व सर्वेक्षण के लिए गैबीनगर स्वास्थ्य केन्द्र, भंडारी कंपाउंड स्वास्थ्य केन्द्र व आजमीनगर स्वास्थ्य केन्द्र में टीमे नियुक्ति की गई है। खसरा व रूबेला के बढ़ते प्रकोप व उनके लक्षण संबंधी जनजागृति मस्जिद के धर्म गुरूओं व मौलानाओ द्वारा जनजागृति की जा रही है। शहर के पांच बड़े मस्जिदों में विशेष खसरा रूबेला टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया है। वही पर पालिका आयुक्त ने 29. नवंबर को टास्क फोर्स बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में उपायुक्त ( वैद्यकिय स्वास्थ्य), वैद्यकिय स्वास्थ्य अधिकारी, सर्व्हेलन्स अधिकारी WHO ,01 से 05 प्रभाग समितियों के प्रभाग अधिकारी, शिक्षण विभाग के प्रतिनिधि, बाल विकास प्रकल्प अधिकारी, भिवंडी शहर के आई एम ए के अध्यक्ष डाॅ. उज्वला बर्दापुरकर, शहर के नामचीन बाल रोग डॉक्टर रेहान हवाई ने माननीय को सूचित किया।  प्रशासक एवं आयुक्त विजय कुमार म्हसाल ने सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार 1 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को गोबर की 6 खुराक दी जा रही है। इसके पूर्व अगर बच्चों का टीकाकरण किया है। तो एक महीने बाद पुनः दूसरी खुराक लेने के लिए आयुक्त ने नागरिकों से आह्वान किया है।

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