बच्चे को अगवाकर बेचने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार डेढ़ वर्षीय बच्चे की सकुशल रिहाई

भिवंडी।। भिवंडी के कामतघर हनुमान नगर परिसर से 26 दिसंबर को सिद्धांत नामक एक डेढ़ वर्षीय बच्चे का अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण करने की घटना घटित हुई थी। इस घटना की शिकायत मिलने पर शहर पुलिस थाना ने अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध अपहरण करने का मामला दर्ज कर लिया था। अपहरण की घटना को गंभीरता से देखते हुए भिवंडी पुलिस उपायुक्त नवनाथ ढवले के मार्गदर्शन में शहर पुलिस थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चेतन काकड़े के नेतृत्व में पुलिस उप निरीक्षक रविन्द्र पाटिल, पुलिस हवलदार खाड़े, राणे, भोसले, पवार, कोदे, नंदीवाले, हरने और गावित की टीम ने गुप्त सूचनादारों को सक्रिय कर अपहृत बच्चे की तलाश करना शुरू कर दिया। इस तलाशी का अभियान नेपाल सीमा तक पहुँचने पर जांच कर रही पुलिस टीम को एक संदिग्ध मोबाइल नंबर मिला। जिसकी तांत्रिक पद्धति से जांच कर कामतघर परिसर के रहने वाले गणेश नरसैय्या मेमुल्ला (38) नामक व्यक्ति को संदेह के आधार पर हिरासत में ले लिया। जिससे गहन पूछताछ करने पर बच्चा चोरी करने की बात कबूल कर ली। यही नहीं बच्चे को एक लाख 5 हजार रूपये में बेचने की बात कबूल भी किया। पुलिस ने हिरासत में लिए गये आरोपी के कबूलनामे के बाद पदमानगर स्थित नवजीवन कालोनी भारती शाहू (41) और आशा संतोष शाहू (41) नामक दो महिला को गिरफ्तार कर लिया‌ और अपहृत बच्चे को इनके चंगुल से सकुशल छुड़ा लिया।  जांच के दरमियान पता चला कि आरोपी भारती सुशील शाहू और आशा संतोष शाहू दोनों सगी बहनें है‌। आरोपी आशा की कोई संतान नहीं थी। इसलिए उसने किसी बच्चे को खरीदने के लिए अपनी बहन भारती को बताई थी। इसका फायदा उठाने के लिए उसने अपने पहचान के कामतघर निवासी गणेश नरसैय्या मेमुल्ला से मुलाकात कर षड्यंत्र रचा और एक बच्चे को अपहरण कर बिक्री करने के लिए दोनों ने फैसला किया। जिसके कारण आरोपी गणेश मेमुल्ला ने कामतघर परिसर में बच्चे के अपहरण करने के लिए योजना तैयार की और सिद्धांत नामक बच्चे का अगवा कर बेच दिया।   अपहृत बच्चे के पिता रामगोपाल और उनकी पत्नी सुंदरी अपने बच्चे की तलाश में रातदिन भटक रहे थे। इसी बीच अपहृत बच्चे की मांं बच्चे की जुदाई में बीमार भी हो गई और लगातार आठ दिनों तक अस्पताल में भरती रही, 26 जनवरी को पूरा दिन तलाश करने के बाद दोनों थकहार कर खाली हाथ अपने घर लौट रहे थे। उसी समय शहर पुलिस थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चेतन काकडे का फोन आया और उन्हें बुलाकर अपहृत बच्चा सिद्धांत को उनको सौंप दिया अपने बच्चे को सकुशल पाकर अपहृत सिद्धांत के माता - पिता भाव विह्लल होकर फूट फूट कर रोने लगे। भिवंडी पुलिस उपायुक्त नवनाथ ढवले ने भिवंडी शहर पुलिस की टीम को गुलदस्ता व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और पुलिस दल का उत्साह वर्धन किया।

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