साबुन कंपनी में लगी लिफ्ट टूटी मजदूर की मौत नहीं हुआ कंपनी मालिक पर मामला दर्ज

भिवंडी।। भिवंडी शहर व ग्रामीण परिसर के गोदाम व कंपनियों में माल ढुलाई के लिए देशी तरीके से बनाकर लाखों की संख्या में लिफ्ट लगाई गई है। जिसकी समुचित देखभाल नहीं होने व असीमित वजन ढुलाई के कारण आऐ दिन टूटने से मजदूरों की मौते हुई है। पिछले वर्ष खोणी गांव के एक कपड़ा गोदाम की लिफ्ट टूटी थी जिसमें एक मजदूर की आकाल मृत्यु हुई। वही पर मिल्लत नगर में एक इमारत की लिफ्ट टूटी जिसमें दो मजदूरों की मौत हुई थी। दोनों घटनाएं निजामपुर पुलिस थाना में होने के कारण कपड़ा गोदाम मालिक के ऊपर गैर इरादतन हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ था। इसके आलावा इमारत वाले लिफ्ट प्रकरण में पुलिस ने मामला दर्ज किया था। कोनगांव पुलिस थाना सीमा अंर्तगत मुंबई - नासिक महामार्ग पर स्थित पिंपलास गांव के आर.के.जी.कंपाउंड में संचालित एक साबुन फेक्ट्री की लिफ्ट टूटने से कंपनी में साफ सफाई करने वाले आसन गांव निवासी मजदूर गोपाल भींका मुकने (45) की दबकर मौत हो गाई‌ यह हादसा इतना भयानक था कि मुकने के शरीर की सभी हड्डियां चकनाचूर हो गई थी। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद घटना स्थल पर पहुंची कोनगांव पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्ट मार्डम के लिए स्व.इंदिरा गांधी उप जिला अस्पताल भेज दिया है। किंतु ताज्जुब की बात है कोनगांव पुलिस ने इस मामले में केवल एडीआर दर्ज किया है‌ लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि 3 मंजिला इमारत में गुड्स लिफ्ट किस कंपनी द्वारा लगाई गई थी। क्या साबुन कंपनी के मालिक ने इस लिफ्ट की समुचित देखभाल व मरम्मत करवाती थी। सुत्रों की माने यह घटना गुरूवार को घटित हुई थी लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद भी साबुन कंपनी के मालिक पर मामला दर्ज नहीं हुआ है। जिसके कारण पुलिस के कार्यशैली पर प्रश्न निर्माण होता है। 

रिपोर्टर

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