सिंधी समाज को बदनाम करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने किया गिरफ्तार

उल्हासनगर ।। व्हाट्सअप ग्रुप पर सिंधी  समाज के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले एक व्यक्ति को उल्हासनगर एक की पुलिस ने 13 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट ने दो दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

दरअसल, योगेंद्र मुंशी उल्हासनगर का रहने वाला है। वह उल्हासनगर ग्रुप नामक व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा हुआ था। 30 मार्च 2023 को मुंशी ने ग्रुप में सिंधी समाज के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की, जिससे आहत सिंधी समाज के लोगों ने कानून का सहारा लेते हुए उल्हासनगर एक नंबर पुलिस थाने में इसकी शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक नंबर पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिलीप फुलपगारे ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर योगेंद्र मुंशी की तलाश में जुट गए थे। आखिरकार, 13 दिन बाद मुंशी को एक नंबर पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने मुंशी को दो दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। फुलपगारे ने बताया कि यह योगेंद्र मुंशी समाज से असंतुष्ठ (frustrated) था इसलिए उसने ऐसा लिखा। फिलहाल, दो दिनों की पुलिस हिरासत में पुलिस यह जानने की कोशिश करेगी कि इस पोस्ट के पीछे इसकी कोई और मंशा तो नहीं थी।

इस संबन्ध में सिंधी समाज के वकील राज चंदवानी ने बताया कि योगेंद्र मुंशी ने हमारे समाज के बारे में काफी अभद्र भाषा का प्रयोग किया जिससे हमारे समाज की काफी बदनामी हो रही थी। इसलिए हमने कानून के माध्यम से उसे सबक़ सिखाने का काम किया है।

 ऐसा पहले भी हुआ है

बॉलीवुड के मशहूर गायक कैलाश खेर ने साल 2020 में ट्वीट करके भारत के राष्ट्रगान से सिंध शब्द को हटाने की मांग की थी, लेकिन सिंध समाज के भारी विरोध प्रदर्शन और नाराज़गी की वजह से कैलाश खेर को सिंध समाज के लोगों से सार्वजनिक रूप से मांफी मांगनी पड़ी थी।

रिपोर्टर

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